कश्मीर की सीमा पर तैनात बीएसएफ में जमशेदपुर का जवान कृष्ण कुमार दुबे गुरुवार दोपहर पाकिस्तानी हमले में शहीद हो गए। गुरुवार को उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले में नियंत्रण रेखा के पास दोपहर साढ़े तीन बजे पाकिस्तानी सेना ने गोलीबारी की। कृष्ण भारत की अग्रिम करम चौकी पर तैनात थे। वहां उनकी आंख में सीधे गोली लगी।
उनकी शहादत की सूचना जमशेदपुर के कीताडीह के त्रिर्मुति चौक स्थित निवास स्थान पर श्रीनगर से देर शाम पहुंची। दुबे की शहादत के बाद पूरा इलाका आक्रोशित और शोकमग्न है। कृष्ण कुमार दुबे के पिता का नाम धर्मराज दुबे है। बीएसएफ के महानिदेशक डीके पाठक ने घटना की पुष्टि की है। लेकिन, घटना के बारे में इससे आगे उन्होंने कुछ भी खुलासा नहीं किया।
अधिकारियों का दावा है कि जवाबी कार्रवाई में सीमा के दूसरी तरफ के भी कुछ सैनिक हताहत हुए हैं। इस सेक्टर में इस वर्ष पहली बार पाकिस्तानी सैनिकों ने गोलीबारी की है। शुक्रवार को रूस के ऊफा में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच मुलाकात होने वाली है। इससे पहले ही पाकिस्तान ने शर्मनाक हरकत करते हुए सीज फायर का उल्लंघन किया और भारतीय सीमा पर गोलीबारी की।
जमशेदपुर के कीताडीह निवासी कृष्ण कुमार दुबे को स्थानीय लोग किशन के नाम से पुकारते थे। वे अविवाहित थे। अगस्त में उनकी शादी होनी थी। कृष्ण कुमार दुबे के पांच भाई और एक बहन हैं। तीन महीने पहले वे बांग्लादेश सीमा पर तैनात थे। उसके बाद वहां से उनका स्थानांतरण बारामुला कर दिया गया। कृष्ण कुमार अगस्त में छुप्ती लेकर अपनी शादी में जमशेदपुर आने वाले थे।

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