पाकिस्तानी रेंजर्स का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल सीजफायर उल्लंघन और सीमापार घुसपैठ सहित कई महत्वपूर्ण मामलों पर अपने भारतीय समकक्ष सीमा सुरक्षा बल के साथ गुरुवार को बहुप्रतीक्षित द्विपक्षीय वार्ता करने बुधवार को दिल्ली पहुंचेगा. भारत-पाक सीमा सुरक्षा बलों के बीच यह बातचीत डेढ़ साल से भी ज्यादा वक्त के बाद होने जा रही है. इससे पहले दोनों पक्षों के बीच लाहौर में 2013 में बातचीत हुई थी. यह वार्ता पांच दिन तक चलेगी.
पिछले महीने भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच बातचीत पाकिस्तान ने इसलिए रद्द कर दी थी क्योंकि भारत ने साफ तौर पर कह दिया था कि वह कश्मीरी अलगाववादियों और भारत आने वाले पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज के बीच किसी तरह की मुलाकात की इजाजत नहीं देगा.
भारत ने दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों के बीच बातचीत का प्रस्ताव रखा, जिसे पाकिस्तान ने मंजूर कर लिया था. बातचीत में पाकिस्तान के 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वरिष्ठ रेंजर्स महानिदेशक (पंजाब) मेजर जनरल उमर फारूक बुर्की कर रहे हैं. इधर, भारतीय पक्ष के 23 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व बीएसएफ के महानिदेशक डीके पाठक करेंगे. इस दौरान जम्मू-कश्मीर में सीजफायर उल्लंघन और घुसपैठ के मुद्दों पर बात होने की उम्मीद है.
पाकिस्तान ने बातचीत के एजेंडा में सीमा के आस-पास रक्षा ढांचों के कथित निर्माण, फायरिंग, एक साथ समन्वित गश्त पर कोई जवाब नहीं, तस्करी और नागरिकों की हत्याओं जैसे मामलों को भी रखा है. रेंजर्स का यह भी आरोप है कि भारतीय पक्ष फ्लैग मीटिगों के बारे में उनके अनुरोध का जवाब नहीं दे रहा. वह सीमापार गोलीबारी के दौरान भारत द्वारा भारी हथियारों के इस्तेमाल का भी दावा करते हैं.
प्रतिनिधिमंडल, जिसमें द्वितीय रेंजर्स महानिदेशक (सिंध) मेजर जनरल बिलाल अकबर भी हैं, बुधवार दोपहर 12 बजे तक पंजाब में अटारी-वाघा सीमा पार करेगा और सीमा सुरक्षा बल के कमांडरों द्वारा स्वागत के बाद वह बल के विशेष विमान से अमृतसर हवाई अड्डे से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे.
बातचीत 10 सितंबर को शुरू होगी. इससे पूर्व बीएसएफ अपने मुख्यालय पर रस्मी गार्ड ऑफ ऑनर देगा और दोनों तरफ के महानिदेशक 12 सितंबर को बातचीत के संयुक्त रिकॉर्ड पर दस्तख्त करेंगे. अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर सीजफायर उल्लंघन और कुछ अन्य कारणों से दोनों देशों के संबंधों में खिंचाव है. दोनों पक्ष एक दूसरे के जेलों में बंद कैदियों की रिहाई पर भी बात करेंगे.

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