प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की स्वर्ण जयंती के मौके पर राजपथ पर आयोजित शौर्यांजलि प्रदर्शनी देखने पहुंचे। 6 दिन तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में लड़ाई के मुख्य पड़ाव और कब्जे में लिए गए पाकिस्तानी सेना के हथियार और तोप दिखाए गए हैं।
65 के युद्ध में भारतीय जांबाजों ने पाकिस्तान की 1800 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया था। अपने सिर्फ 30 टैंक गवां कर पाकिस्तान के 90 टैंकों को बर्बाद कर दिया था और लाहौर के दरवाजे पर झंडा गाड़ कर पाकिस्तान के गुरूर को चकनाचूर कर दिया था।
65 की विजगाथा के गोल्डन जुबली के जरिए देश एक बार फिर उन्हीं वीरों को याद कर रहा है। इस प्रदर्शनी में आप इत्मिनान से 22 दिन तक चले 65 के युद्ध की शौर्यगाथा से रूबरू हो सकते हैं। यहां वो असली जीप है जिससे वीर अब्दुल हमीद ने पैटन टैंकों की धज्जियां उड़ा दीं थीं। राजपथ पर लगी प्रदर्शनी में न सिर्फ 22 दिन के युद्ध की पूरी कहानी लोगों के सामने लाई गई है, बल्कि 65 के युद्ध से पहले पाकिस्तान की एक के बाद एक रची गई उन साजिशों की कहानी भी बताई गई है, जिसकी वजह से पाकिस्तान को सबक सिखाना पड़ा।

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