खुदा के घर से निकली नफरत और जान लेकर शांत - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 3 अक्टूबर 2015

खुदा के घर से निकली नफरत और जान लेकर शांत

  • वर्ष 2014 के जनवरी-जून में 250 दंगा
  • वर्ष 2015 के जनवरी-जून में 330 दंगा

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दादरी। दादरी के पुजारी महंत सुखलाल ने कहा कि 28 सितम्बर 2015 की रात करीब साढ़े नौ से दस बजे के बीच में बिसहाड़ा गांव के नौजवान आए और लाउडस्पीकर से जबरन एनाउंसमेंट कराए कि मोहम्बद अखलाख के पास बीफ पका है। कुछ टुकड़ों को इधर-उधर फेंक दिया गया है। इस तरह की एनाउंसमेंट को सुनकर 50 से अधिक नौजवान आ धमके। इन लोगों के हाथों में लाठी आदि था। आते ही मो.अखलाक और उसके पुत्र दानिश की पिटायी करने लगे। इस तरह की पिटाई से मौके पर मो. अखलाक की मौत हो गयी और उसके पुत्र दानिश अस्पताल में भर्त्ती है। दानिश की हालत खराब है। इस तरह के हादसे से परिवार वाले सदमे में आ गए हैं। एक मिनट भी गांव में रहना नहीं चाहते हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव ने हादसे के शिकार होने वाले परिवार को 10 लाख रू. मुआवजा दिए हैं। दानिश की बहन को पचास हजार रू.मिला है। परिवार वाले सीबीआई से जांच करवाने की मांग कर रहे हैं।

वर्ष 2014 के जनवरी-जून माह तक 250 दंगा हुआ। वर्ष 2015 के जनवरी-जून माह तक 330 दंगा हुआ। सबसे अधिक उत्तर प्रदेश में 133,महाराष्ट्र में 97,गुजरात में 74,कर्नाटक में 73 और राजस्थान में 72। अकेले उत्तर प्रदेश में 2012 में 118 दंगे में 39 लोगों की मौत हो गयी। 2013 में 247 दंगे में 77 लोगों की जान चली गयी। 2014 में 133 दंगे में 26 लोगों की मौत हो गयी। 2015 में 68 दंगे में 10 लोगों की जान चली गयी। वहीं पीएम नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में 330 दंगे में 62 लोगों की जान चली गयी है। 

इस बीच गृह मंत्रालय ने यू.पी.के सी.एम.अखिलेश यादव से ग्रेटर नोएडा के हादसे की रिपोर्ट मांगी है। बीफ को जांच के लिए भेज दिया गया है। अबतक 7 बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 3 नामजद फरार हैं। इसको लेकर राजनीति यौवन पर है।

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