ज़ी टीवी का नया शो ‘काला टीका‘ एक दिल छू लेने वाला सोशल ड्रामा है, जो सदियों से चले आ रहे अंधविश्वास की जंजीरों को तोड़ता है और लोगों को जागरूक बनाने का प्रयास करता है। बिहार के मिथिला में आधारित ‘काला टीका‘ दो लड़कियों की कहानी है जिनकी जिंदगी अंधविश्वास में उलझी हैं। यह शो काली नाम की एक छोटी बच्ची के सफर की कहानी है जिसे उसी उम्र की दूसरी बच्ची गौरी के लिए मानवीय काला टीका माना जाता है। एक बच्ची के सिर से बुरी बलाएं मिटाने के लिए दूसरी बच्ची का इस्तेमाल करने की यह पिछड़ी हुई अंधविश्वासी मान्यता, काली के विकास में बहुत सी मुश्किलें पैदा करती है। यह शो अंधविश्वास के सबसे कुरूप चेहरे को प्रस्तुत करता है! यह शो काली की उम्मीदों का सफर है जहां वो इन तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए अपनी महत्वाकांक्षाओं की दिशा में आगे बढ़ती है। ऐसा करते हुए वह दूसरों के लिए भी प्रेरणा बन जाती है।
इस शो को दर्शकों ने खूब पसंद किया है। अब इसमें दिखाया जा रहा है कि विश्ववीर (भूपिंदर सिंह) की पहली पत्नी मंजरी (दलजीत कौर) जिन्हें कोई संतान नहीं होती है, अब काली के प्रति मातृत्व प्रेम रखती हैं और उसकी कुशलता के लिए वे अपने परिवार में अपने पति समेत सभी का सामना करती हैं। काली के सपनों और अरमानों का ख्याल रखने के लिए मंजरी ने अपनी पति विश्ववीर झा के सामने कुछ शर्तें भी रखी हैं। उधर काली भी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद अपनी मासूमियत बरकरार रखे हुए है। वह भी एक बेहतर कल के प्रति आशान्वित रहती है। क्या मंजरी अपने परिवार का सामना करते हुए काली के सपनों को पूरा कर पाएगी? काला टीका के आगामी एपिसोड्स में दर्शकों के लिए यह जानना दिलचस्प होगा।
इस शो के बारे में अभिनेत्री दलजीत कौर ने कहा, ‘‘यह शो एक मजबूत सामाजिक संदेश को बड़े ही दिलचस्प अंदाज में पेश करता है और यही खूबी मुझे इस शो के करीब ले आई है। हम सभी अपनी जिंदगी में अच्छे भाग्य के लिए या फिर नकारात्मक भाव को दूर रखने के लिए जाने-अनजाने में थोड़ा अंधविश्वास अपना लेते हैं, लेकिन हमें ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जो हमें नुकसान पहुंचाए। ऐसे में यह शो हमें बताता कि हमें कहां रुक जाना चाहिए। काला टीका उन अंधविश्वासों के खिलाफ आवाज उठाता है जिनका हमारी जिंदगी में कोई मतलब नहीं है और जो हमारे संपूर्ण विकास के आड़े आते हैं। मंजरी का मेरा किरदार एक मजबूत किरदार है और परिवार में काली की एकमात्र उम्मीद वही है। अब समय आ गया है, जब मंजरी काली के पक्ष में खड़ी होगी, चाहे इसके लिए उसे अपने परिवार से ही क्यों न टकराना पड़े। मुझे आशा है कि दर्शकों को इसकी नई कहानी जरूर पसंद आएगी और वे भी काली की उम्मीदों के सफर में शामिल होना चाहेंगे।‘‘

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