‘सोशल इन्जीनियरिंग’ के जरिये एक बार फिर सत्ता की जुगत में मायावती - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 1 जनवरी 2016

‘सोशल इन्जीनियरिंग’ के जरिये एक बार फिर सत्ता की जुगत में मायावती

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लखनऊ 31 दिसम्बर, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर ‘सोशल इन्जीनियरिंग’ को बढावा देते हुए शोषितों को लामबन्द होकर समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार को उखाड फेंकने का आह्वान किया है। सुश्री मायावती ने आज यहां कहा कि समाजवादी पार्टी सरकार से जनता त्रस्त है। चारो ओर जंगलराज है। इसे उखाड फेंकने के लिए गरीब सवर्णो, दलितों, पिछडो और अल्पसंख्यकों को एकजुट होकर सपा सरकार को उखाड फेंकने का उन्होंने आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इन लोगों को अपना भविष्य संवारने के लिए सत्ता की मास्टर चाबी अपने हाथ में लेनी होगी और इसके लिए एकजुट होना ही पडेगा। 

सुश्री मायावती ने 2007 के चुनाव में दलितों, अल्पसंख्यकों और सवर्णो खासतौर पर ब्राह्मणों को जोडकर सोशल इन्जीनियरिंग का अभिनव प्रयोग किया था। उनका यह प्रयोग सफल रहा था और उनकी पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी। सुश्री मायावती एक बार फिर वही प्रयोग दोहराने के प्रयास में लगी हैं। सुश्री मायावती ने कहा कि उपेक्षित व शोषित वर्गो के लोगों को अपना जीवन स्तर बेहतर बनाने के लिए सत्ता की मास्टर चाभी प्राप्त करनी ही होगी। इसके लिए कडा संघर्ष करना होगा। 

उन्होंने कहा कि सपा सरकार की कथित गरीब, दलित, पिछडे, सवर्ण और मुस्लिम समाज विरोधी नीतियों व जंगलराज से छुटकारा पाने के लिये सभी को एकजुट हो जाना चाहिये। सुश्री मायावती ने कहा कि इस मामले में केन्द्र सरकार और भाजपा शासित राज्य सरकारों की जनविरोधी, साम्प्रदायिक व अन्य गलत नीतियों व कार्यशैली के कारण भी शोषणकारी युग कायम है। इसके कारण गरीबों, मजदूरों व आम जनता का जीवन पहले की ही तरह काफी ज्यादा मुश्किल बना हुआ है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोगों को काफी गंभीर होकर अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में निर्णय लेना होगा। 

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