बिहार : 2015 में जर्जर घर में और 2016 में पक्के मकान में रहने की संभावना - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 1 जनवरी 2016

बिहार : 2015 में जर्जर घर में और 2016 में पक्के मकान में रहने की संभावना

  • दीघा मुसहरी में 100 साल से रहते हैं महादलित मुसहर, राजीव आवास योजना से मकान निर्माण होगा

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पटना। पटना नगर निगम अन्तर्गत वार्ड नम्बर 1 में दीघा मुसहरी है। आरंभ में दीघा ग्राम पंचायत में दीघा मुसहरी था। दीघा ग्राम पंचायत को तीन हिस्से में बांटा गया। प्रथम पटना नगर निगम क्षेत्र बना। द्वितीय पश्चिमी दीघा ग्राम पंचायत और तृतीय पूर्वी दीघा ग्राम पंचायत। जब दीघा ग्राम पंचायत में दीघा मुसहरी था,तब राष्ट्रीय ग्रामीण नियोजन कार्यक्रम के तहत मकान बनाया गया। जो बाद में जर्जर स्थिति में बदल गया। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि दीघा मुसहरी में 2015 तक जर्जर घर में रहने वालों को 2016 में पक्के मकान बन जाने की संभावना है। आज वृहस्पतिवार को जर्जर घर के सामने लाभान्वितों को खड़ाकर फोटो खिंचा गया। जमीन की कागजात और वंशावली नहीं रहने के कारण राशि विमुक्त करने में परेशानी हो रही है। 

दीघा मुसहरी के विकास मित्र सुधीर कुमार मांझी का कहना है कि वर्ष 2013 में मकान और शौचालय निर्माण करवाने का आवेदन पटना नगर निगम में दिया गया। 200 आवेदकों का मकान बनेगा। राजीव आवास योजना के तहत 2 लाख 87 हजार रू0से मकान और शौचालय निर्माण होगा। यह क्षेत्र नूतन राजधानी अंचल में पड़ता है। तीन किस्त में राशि विमुक्त होगा। प्रथम किस्त के समापन पर फोटो खिंचकर देने के बाद द्वितीय राशि विमुक्त होगा। द्वितीय किस्त के समापन पर फोटो खिंचकर देने के बाद ही तृतीय किस्त विमुख होगा। इसको लेकर महादलितों में हर्ष व्याप्त है।

इंदिरा आवास योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र में मकान बनाया जाता है। वहीं ‘नुरूम’योजना के तहत शहरी क्षेत्र में बहुमंजिला मकान बनाया जाता था। महादलित मुसहर समुदाय के लोग ग्रामीण क्षेत्र की तरह ही शहरी क्षेत्र में मकान बनाने पर जोर देते थे। यूपीए सरकार की पहल पर ‘राजीव आवास योजना’ निर्माण किया गया। इस योजना के तहत एक मंजिला आवासीय इकाई और बहुमंजिला आवासीय इकाई निर्माण करवाना है। इस योजना को लागू करने से महादलित मुसहर समुदाय के बीच में हर्ष का माहौल व्याप्त है। जिस तरह के शहरी क्षेत्र के गरीब लोग आवास निर्माण करवाना चाहते थे। वह सामने आ गया है। 

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