वाराणसी, 01 मई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आज 1111 गरीब परिवारों को बैट्री चालित ई-रिक्शा एवं सोलर ऊर्जा से चलने वाली नावें भेंट करने के बाद कहा कि इस प्रयास से गरीबों की जिंदगी में क्रांतिकारी बदलाव आयेगा। श्री मोदी ने पिछली केंन्द्र सरकारों पर तंज कसते हुए कहा, “अमीरों को लाभ पहुंचाने वाली सरकारें चली गईं। ये सरकार गरीबों को देने आयी है। जिसका कोई नहीं, उसके लिए ये सरकार है।” उन्होंने कहा हमारी सरकार की योजनाएं गरीब को वो ताकत देती है जिससे वह स्वयं गरीबी के खिलाफ लड़ने के लिए हिम्मत जुटा रहें हैं। उन्होंने कहा, “गरीब खुद ही गरीबी को परास्त करके विजयी होकर निकले। उस दिशा में हम लगातार काम कर रहे हैं।” उन्होंने प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना जैसे योजनाओं को गरीबों की तकदीर बदलने वाला प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का लाभ 60 फीसदी से अधिक दलित एवं अन्य पिछले वर्ग के लोगों को मिल रहा है। योजना का लाभ उठाने वालों में 22 फीसदी महिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत दो करोड़ से ज्यादा गरीबों ने खाते खुलाएं हैं, जिनके खाते में 35000 हजार करोड रुपये जमा है।
काशी और गंगा को स्वच्छ बनाने का अह्वान करते हुए प्रधामंत्री ने कहा कि सफाई करने का संकल्प हर नागरिक को करना होगा। उन्होंने कहा, “हम तय करें कि मैं गंगा को कभी भी गंदा नहीं करूंगा। ये मेरी मां है इसे गंदा करना पाप है। तो दुनिया की कोई ताकत गंगा को गंदा नहीं कर सकती। ऐतिहासिक असि घाट पर गंगा किनारे बने छोटे से मंच से हजारों लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “काशी का विकास करना मेरा एक सपना है, लेकिन एक छोटी सी मदद आपकी चाहिए। हम एक छोटा काम, सफाई करने का सकल्प करें और उस पर अमल करें।” प्रधानमंत्री ने कहा, “अब मेरा काशी गंदा नहीं होना चाहिए। दुनियाभर के लोग यहां आते हैं। वो ऐसी साफसुथरी काशी देख कर जाएं कि हिंदुस्तान का शान-ओ-शौकत बढ जाए। ये काम हमें करना है। ये काम हम सरकार से नहीं करवायें।” उन्होंने कहा कि वाराणसी को स्वच्छ बनाना चाहिए जिससे पर्यटक उनकी शहर के अच्छी यादों के साथ वापस लौटें। असि घाट पर पहुंचे श्री मोदी ने पहले नाविकों से बातचीत की और फिर देश की पहली सोलर ऊर्जा चालित नावों का शुभारंभ किया। उन्होंने सौर ऊर्जा चालित नाव पर बैठकर करीब 10 मिनट तक नौका विहार का आनंद लिया। उन्होंने नाविकों को नसीहत दी कि सौर ऊर्जा से संचालित नाव मिलने के बाद नाविकों को उनके ईधन के लिये खर्च होेने वाले जो पैसे बचेंगे, उन्हे वह फिजूलखर्ची करने की बजाय अपने बच्चों के स्वास्थ्य,खानपान और पढाई में खर्च करें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सोलर ऊर्जा से चालित नावों के शुरू होने से पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने में मदद मिलेगी और गंगा की सफाई में सहायता मिलेगी। आने वाले समय में सभी नावों को सोलर ऊर्जा से चलाने की व्यवस्था की जाएगी। इससे पहले डीरेका मैंदान में पैडल रिक्शा चलाने वाले 1100 रिक्शा चालकों को ई -रिक्शा की सौगात दी। उन्होंने सांकेतिक रूप से छह ई रिक्शा चालकों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जबकि 16 ई-रिक्शा चालकों को वर्दी, लाइसेंस और चाभी भेंट की। कार्यक्रम स्थल पर श्री मोदी ने ई रिक्शा पर बैठकर वहां मौजूद लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। चौपाल में रिक्शा चालकों का दुखदर्द की जानकारी ली। इस अवसर पर भारत में ब्रिटेन के राजदूत सर डोमिनिक एस्किथ मौजूद थे।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सोलह ई रिक्शा वाराणसी जंक्शन समेत शहर के अन्य रेलवे स्टेशनों पर विकलांग, वृद्ध और गर्भवती महिलाओं के लिये नि:शुल्क उपलब्ध होंगे। इन रिक्शा चालकों को बाकयदा वेतन दिया जायेगा। डीरेका मैदान पर आयोजित कार्यक्रम में लाभार्थियों के अलावा सीमित लोगों को ही आमंत्रित किया गया था। प्रधानमंत्री ने डीरेका सभागार में शहर के गणमान्य लोगों से वाराणसी को हर मामले में बेहतर बनाने के मद्देनजर बातचीत की। असि घाट पर श्री मोदी के कार्यक्रम से ठीक पहले मंच में शार्ट सर्किट से आग लग गयी, हालांकि वहां मौजूद बिजलीकर्मियों एवं अन्य लोगों ने आग पर काबू पा लिया और एक बडा हादसा टल गया। आग लगने के कारण श्री मोदी का कार्यक्रम निर्धारित छह बजकर 10 मिनट के बजाये छह बहकर बीस मिनट पर शुरू हुआ। कार्यक्रम शुरू होने से करीब 20 मिनट पहले शार्ट सर्किट के कारण मंच के नीचे कपडे में आग लग गयी। आग लगने के कुछ ही सेकेंड में कार्यक्रम स्थल की बिजली काट दी गयी और वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने आनन फानन में आग बुझा दी। इस दौरान मंच पर बैठे वाराणसी के मेयर राम गोपाल मोहले, विधायक ज्योत्सना श्रीवास्तव एवं रविन्द्र जायसवाल और विधान परिषद सदस्य लक्ष्मण आचार्य सुरक्षित मंच से उतर गए। आग लगने की जांच की जा रही है।
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