नयी दिल्ली 03 मई, देश को झकझोर देने वाले पठानकोट आतंकवादी हमले पर संसद की एक समिति ने यह कहते हुए सरकार को फटकार लगायी है कि समय रहते आतंकवादी हमले की सूचना मिलने के बावजूद आतंकवादी वायु सैनिक अड्डे में घुसने तथा आतंकवादी हमले को अंजाम देने में कैसे सफल हो गये। गृह मंत्रालय से संबद्ध स्थायी समिति ने इस हमले की जांच में पाकिस्तान सरकार से मदद मांगने और पाकिस्तान के संयुक्त जांच दल को देश में आने की अनुमति देने पर भी सवाल उठाते हुए इस फैसले का कारण जानना चाहा है। समिति ने पठानकोट वायुसैनिक अड्डे की सुरक्षा व्यवस्था को कमजोर बताते हुए इस पर चिंता जतायी है।
कांग्रेस नेता पी भट्टाचार्य की अध्यक्षता वाली 31 सदस्यीय समिति की आज संसद में पेश रिपोर्ट में कहा गया है कि सुरक्षा एजेन्सियों को आतंकवादियों द्वारा अपहृत पंजाब पुलिस के अधीक्षक सलविंदर सिंह और उनके मित्रों से हमले के बारे में ठोस जानकारी मिल गयी थी । इसके अलावा एजेन्सियों ने आतंकवादियों और उनके आकाओं के बीच हुई बातचीत के अंश भी पकडे जिनमें एक सुरक्षा प्रतिष्ठान पर हमले योजना का पता चला था । समिति ने कहा है कि इतनी जानकारी मिलने के बाद भी सुरक्षा एजेन्सी इस हमले को विफल नहीं कर पाई जिससे पता चलता है कि वे इस तरह के हमलों से निपटने के लिए तैयार नहीं है।

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