नयी दिल्ली 21 जून, उद्योग एवं वाणिज्य संगठन एसोचैम ने कहा कि गुरुवार को होने वाले जनमत संग्रह में ब्रिटेन के यूरोपीय संघ (ईयू) से बाहर निकलने के लिए मतदान करने की स्थिति में भारत सहित वैश्विक वित्तीय बाजार में मचने वाले कोहराम से निपटने के लिए सरकार और रिजर्व बैंक दोनों को तैयार रहना चाहिए। एसोचैम ने आज जारी रिपोर्ट में कहा कि जनमत संग्रह के दिन ब्रिटेन के ईयू में शामिल रहने या नहीं रहने (ब्रेग्जिट) के लिए होने वाले मतदान में बहुत मामूली अंतर रहने की उम्मीद है। यह वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए बड़े जोखिम के रूप में उभरेगा। लघु अवधि के लिए इससे वित्तीय बाजार में भारी उथल-पुथल होने की भी आशंका है। रिपोर्ट के अनुसार, ब्रेग्जिट का जोखिम ऐसे समय में उभरा है जब फॉरेन करेंसी नॉन रेजिडेंट (एफसीएनआर) खातों की अवधि पूरी होने से देश से 20 अरब डॉलर निकाले जाने की आशंका है। हालाँकि पिछले 18 महीनों में कच्चे तेल के आयात पर हुये व्यय में कमी आने से चालू खाते की स्थिति बेहतर बनी हुई है। एसोचैम ने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के लिए लंदन मुख्य केंद्र रहा है। ब्रेग्जिट से उत्पन्न होने वाले जोखिम का असर वैश्विक वित्तीय बाजार पर अवश्य पड़ेगा। ऐसे में महत्वपूर्ण उभरते बाजार वाली अर्थव्यवस्था और वैश्विक फंड मैनेजर्स की प्राथमिकता वाले देश भारत में भी रुपये में अस्थिरता या डाॅलर की निकासी का जोखिम बना हुआ है।
मंगलवार, 21 जून 2016
ब्रेग्जिट के जोखिम से निपटने के लिए तैयार रहे भारत : एसोचैम
Tags
# देश
# व्यापार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
व्यापार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
संपादकीय (खबर/विज्ञप्ति ईमेल : editor@liveaaryaavart या वॉट्सएप : 9899730304 पर भेजें)

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें