दक्षिण एशिया में शांति के लिए कश्मीर मुद्दे का हल जरूरी: बासित - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 26 जून 2016

दक्षिण एशिया में शांति के लिए कश्मीर मुद्दे का हल जरूरी: बासित


नयी दिल्ली, 25 जून पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने आज कहा कि दक्षिण एशिया में शांति स्थापना के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे का हल जल्द निकाला जाना जरूरी है। पाक उच्चायोग की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी में अतिथियों का स्वागत करते हुए श्री बासित ने कहा कि भारत तथा पाकिस्तान के बीच जम्मू-कश्मीर एक मुद्दा है तथा दोनों देश इस बात को स्वीकार करते हैं। हालांकि श्री बासित ने कश्मीर के पम्पोर में आज हुए आतंकवादी हमले पर कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया। इस हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के आठ जवान शहीद हो गये तथा पाक आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा ने हमले की जिम्मेदारी ली है। 


पाक उच्चायोग की ओर से सभी कश्मीरी नेताओं को इफ्तार की दावत दी गयी थी लेकिन इसमें कई प्रमुख लोग शामिल नहीं हुए। हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ाें के नेता सैयद अली शाह गिलानी तथा मीरवाइज उमर फारूक ने सिर्फ अपने प्रतिनिधियों को इफ्तार में भेजा। इफ्तार में समाज के विभिन्न तबकों के लोग शामिल हुए। श्री बासित ने शांति और संयम को रमजान के महीने की महत्ता बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सभी देशों में तथा वहां के लोगों के लिए शांति, स्थायित्व तथा समृद्धि में गहरा विश्वास करता है। यही पाकिस्तान की विदेश नीति का मूल सार है। यही नीति हमारी भारत के साथ भी है। हम दोनों देशों तथा क्षेत्रों के बीच शांति कायम करना चाहते हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: