- मामला लाखों-करोड़ों की जमीन पर अवैध कब्जा और निर्माण का
- मुख्यमंत्री से शिकायत से लेकर धरना-प्रदर्शन तक कर चुके है पीड़ित, फिर भी मौन है पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी
- दीवानी न्यायालय के स्थगन के बाद भी बंदूकों की नोंक पर हो रहा अवैध कब्जा
- सत्ता के धौंस पर हौसलाबुलंद माफियाओं ने असलहों की नोक पर पीड़ितों को गांव से खदेड़ा
ज्ञानपुर। मथुरा के जवाहरबाग में हुए खूनी संघर्ष में सहित दो जाबांज अफसरों समेत 29 लागों की चिता की आग अभी ठीक से बुझी भी नहीं कि भदोही में भी रामवृक्ष की तर्ज पर सत्ता के गुरुर में ब्लाक प्रमुख विकास यादव ने लाखों-करोड़ों की जमीन पर अवैध कब्जा की पटकथा तैयार कर दी है। मामला भदोही तहसील क्षेत्र के रामरायपुर गांव का है, जहां लाखों-करोड़ों की सरकारी जमीन है। इस जमीन के कुछ हिस्सों में पट्टा हासिल कर चुके ग्रामीणों ने अपना ठेकाना बना रखा है तो कुछ अभी खाली पड़ा है। इसी जमीन को ब्लाक प्रमुख ने पूर्वांचल के इनामी माफियाओं समेत बाहुबलि विधायक विजय मिश्रा, स्थानीय विधायक जाहिद बेग व मंख्यमंत्री अखिलेश यादव के नाम का धौंस बताकर जमीन पर अवैध निर्माण शुरु करा दी है। जबकि इस विवादित जमीन पर न्यायालय का स्थगन आदेश भी है। गुंडई व सत्ता की धौंस पर ब्लाक प्रमुख पद हथियाने वाले ब्लाक प्रमुख विकास यादव के इस कुकृत्य से डरे-सहमें ग्रामीणों ने किसी तरह अपनी जान बचाकर जिला मंख्यालय पहुंचकर डीएम-एसपी कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन भी किया। उनकी मांग है कि अवैध निर्माण को तत्काल रोका जाएं, लेकिन बाहुबलियों के हस्तक्षेप में प्रशासन भी अब चुप्पी साध ली है।
धरना-प्रदर्शन के बाद डरे-सहमें ग्रामीण जब अपने ठेकाने पहुंचे तो वहां पहले से मौजूद असलहाधारी माफियाओं ने उनके सीने पर बंदूक तानकर कहा यहां से भाग जाओं वरना सीना छलनी कर दिया जायेगा। भयभीत ग्रामीण गांव छोउ़कर भाग गए है और अवैध निर्माण धड़ल्ले से किया जा रहा है। पीड़ित परिवारों का कहना है कि ब्लाक प्रमुख भदोही दीवानी न्यायालय के स्थगन के बाद भी विवादित भूमि पर निर्माण करा रहे है। उनका आरोप है कि रामरायपुर स्थित आराजी नंबर 268 भूमिधरी जमीन है। खतौनी में पीड़ित परिवार के लोगों का नाम दर्ज है। इसके बाद भी ब्लाक प्रमुख द्वारा सत्ता एवं माफियाओं के बल पर जबरिया कब्जा किया जा रहा है। विवादित भूमि की नापी कराने के लिए आवेदन भी किए गए थे लेकिन अधिकारियों पर दबाव डालकर निरस्त कर दिया गया। बगैर नापी कराए ही ब्लाक प्रमुख द्वारा निर्माण करवाया जा रहा है। पीड़ित आरडी पाल, जयशंकर पाल, शिवशंकर, जवाहर लाल, धर्मराज, श्याम बिहारी, ओम प्रकाश, रवीन्द्र, रामयज्ञ, कृष्ण कुमार, अमरजीत आदि का कहना है कि इस विवादित भूमि को लेकर विभिन्न न्यायालयों में मामला विचाराधीन है और स्थगन भी है। बावजूद इसके अवैध निर्माण असलहों की नोंक पर हो रहा है। इस मामले में पीड़ितों ने जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, प्रमुख गृह सचिव से लेकर मुख्यमंत्री तक को पत्रक भेंजकर अवैध निर्माण पर रोक लगाने की मांग की है।

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