पटना : बेकाबू टेम्पों चालक ने टेम्पों को बिजली खंभा में जाकर ठोका - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 9 जून 2016

पटना : बेकाबू टेम्पों चालक ने टेम्पों को बिजली खंभा में जाकर ठोका

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पटना। दीघा थाना क्षेत्र में संत माइकल उच्च विघालय है। इसके परिसर में यूको बैंक है। पश्चिम दिशा से पूरब की ओर टेम्पों जा रहा था। हाई रिस्क लेकर चालक हाई स्पीड से टेम्पों चला रहा था। खाकी वर्दी से बेफिक्र होकर टेम्पों चालक ऑडियों टेप भी बजा रहा था। हाई स्पीड पर चालक टेम्पों चलाकर संगीत का आनंद ले रहा था कि अचानक बिजली खंभा आ जाने से खंभा से बचकर निकल नहीं पाया। आखिकरकार बेकाबू टेम्पों चालक ने बिजली खंभा में टेम्पों को ठोकने से बचाने में असफल हो गया। टेम्पों ठोक देने के कारण टेम्पों से सफर करने वाले कई लोग जख्मी हो गये।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दानापुर-दीघा मुख्य मार्ग से गाँधी मैदान की ओर टेम्पों जा रहा था। टेम्पों में ऑडियों टेप शुरू करके टेम्पों चालक मस्ती से संगीत का आनंद ले रहा था। संगीत का आनंद लेने में मस्त टेम्पों चालक न टेम्पों का स्पीड बड़ा रखा था। तेज गति के स्पीड होने के कारण टेम्पों बेकाबू हो गया। टेम्पों को काबू करते-करते बिजली खंभे से जाकर टेम्पों टकरा गया। बिजली के खंभे से टेम्पों टकराने से जोरदार आवाज हुई और इसमें बैठे सवारी टेम्पों से बाहर जाकर गिर पड़े। कई लोग लहुलुहान हो गये। इसमें संजीवन डाकघर गली में रहने वाली सुजाता कुमारी नामक छात्रा घायल हो गयीं।वह घर से कुर्जी ट्यूसन पढ़ने जा रही थीं। उसके साथ यह हादसा हो गया। उसे उठाकर डाक्टर केशव से उपचार करवाया गया। अभी खतरे से बाहर है। उसकी कई दांत टूट गयी।

मौका देखकर टेम्पों चालक फरार हो गया। गाड़ी का नम्बर बी0आर0पी0एफ0 7749 है। इतने में राहगीरों की भीड़ हो गयी।इस बीच मौकापरस्त लोगों ने ऑडियों टेप को टेम्पों से निकालने में सफल हो गये। वहीं कुछ दयालु किस्म के लोगों ने सहायता पहुंचाने में हाथ आगे बढ़ाने लगे। कोई पानी लाकर घायलों को पानी पिलाने लगे। अन्य कई लोगों को निकटवर्ती अस्पताल पहुंचाया गया। इसमें दो की हालत खराब है। बिगड़ती हालत को देखकर आने वाले नौजवान ने घटना स्थल पर आकर टेम्पों को पलट दिया। वहीं टेम्पों की हवा निकाल दी। टेम्पों के सामने वाले शीशा चूरचूर हो गया। इस बीच टेम्पों को छोड़कर फरार होने वाले टेम्पों चालक आया और घटना स्थल से टेम्पों को हटाने में कामयाब हो गया।  

दीघा थाना की लचर मोबाइल व्यवस्था का फायदा टेम्पों चालक उठाते हैं। पुलिसिया पोईंट पर यातायात नियम का पालन करते हैं। अन्य जगहों पर आजाद रहते हैं। ऑडियों टेप को बंद करने का आग्रह ठुकरा देते हैं। ऑडियों टेप बंद करने को कहने वालों को अपमानित भी करते हैं। और तो और टेम्पों से उतर जाने को कह देते हैं। मनमाने ढंग से मोबाइल करने वाले खाकी वर्दीधारी घटना होने के 30 मिनट के बाद भी घटना स्थल पर नहीं पहुंचे। इससे साबित होता है कि किस तरह से दीघा थाना की पुलिसकर्मी मोबाइल कार्य किया करते है?

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