अल्पावधि में ही बिहार लोक सेवा आयोग एवं संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा आयोजित करने को लेकर परीक्षार्थियों में आक्रोश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 21 जून 2016

अल्पावधि में ही बिहार लोक सेवा आयोग एवं संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा आयोजित करने को लेकर परीक्षार्थियों में आक्रोश

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पटना। अल्पावधि में ही बिहार लोक सेवा आयोग एवं संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा आयोजित करने को लेकर परीक्षार्थियों में आक्रोश व्याप्त है। अव्वल बिहार लोक सेवा आयोग ने दिनांक 8 जुलाई से 30 जुलाई के बीच 56वीं-59वीं सम्मिलित संयुक्त मुख्य परीक्षा के आयोजन की अधिसूचना जारी की है। वहीं संघ लोक सेवा आयोग के प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन 7 अगस्त को पूर्व-निर्धारित है। बिहार लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा तथा संघ लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा का पैटर्न एक-दूसरे से बिल्कुल अलग है। मात्र सात दिनों के अंतराल में बीपीएससी अभ्यर्थी विभिन्न शहरों में आयोजित संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में शामिल होने हेतु यात्राओं में ही उलझे रह जायेंगे। उन्हें पढ़ाई का मौका भी नहीं मिल पाएगा और इससे सर्वाधिक हानि बिहारी छात्रों को उठानी पड़ेगी।

उत्तर प्रदेश की सरकार ने यूपीपीएससी की तिथि में बदलाव कर दिया और अपने छात्रों को राहत दे दी है। बिहार सरकार तथा खासकर बिहार लोक सेवा आयोग को भी चाहिए कि वह मुख्य परीक्षा का आयोजन संघ लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा के कम से कम एक माह बाद कराए। बिहार लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा में बहुत सारे अभ्यर्थी ऐसे हैं जिनका संघ लोक सेवा आयोग का यह अंतिम प्रयास है। उनके हितों का ध्यान रखना सरकार का कर्तव्य भी है। वैसे भी यूपीएससी की नई परीक्षा पद्धति के कारण हिन्दी भाषी क्षेत्रों से सफल होने वालों की संख्या पूर्व की अपेक्षा काफी कम हो गई है। अगर बिहार लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा की तिथि नहीं बढ़ाई गई तो यूपीएससी में बिहारी छात्रों का प्रदर्शन अत्यंत चिंताजनक होने की संभावना रहेगी।

पूर्व में तिथि-विस्तारण हेतु मिलने गए छात्र-प्रतिनिधियों से बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष महोदय ने ऐसे 1000 छात्रों के क्रमांक तथा प्रवेश-पत्र/कागजात सहित प्रमाण जमा करने को कहे जो ठच्ैब् तथा न्च्ैब् दोनों परीक्षाओं में शामिल हो रहे हों और तिथि-विस्तारण चाहते हों। छात्र-प्रतिनिधियों ने ऐसे 1500 छात्रों के हस्ताक्षरित आवेदन/ईमेल कागजातों सहित सौंपने पहुँचे तो मनमानी रवैये के तहत छात्र-प्रतिनिधियों को आयोग कार्यालय से दुव्र्यवहार कर भगा दिया गया। आज दिनांक 20 जून के ‘दैनिक हिंदुस्तान’ का अवलोकन करें तो यह स्पष्ट है कि विश्विद्यलयीय विभिन्न परीक्षाओं के समान तिथियों में आयोजन के कारण दरभंगा के बहुसंख्य छात्र बिहार लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा नहीं दे पायेंगे।

उपरोक्त तथ्यों के साथ बार-बार विभिन्न माध्यमों तथा विधिक तरीकों से माननीय मुख्यमंत्री (बिहार), बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष तथा सभी सदस्य, माननीय उप मुख्यमंत्री, माननीय शिक्षा-मंत्री, पक्ष-विपक्ष के लगभग सभी नेताओं का ध्यान आकृष्ट कराने के बावजूद परीक्षा की तिथि-विस्तारण से संबंधित अभी तक कोई निर्णय या आश्वासन अभ्यर्थियों को नहीं मिल पाया है। ऐसे में अभ्यर्थियों के पास अब बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के विधिक तरीके से घेराव के अलावे अब कोई उपाय नहीं बचा है। अतः यह निर्णय लिया गया है कि कल दिनांक 21 जून को बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष का उनके कार्यालय में भारी संख्या में परीक्षार्थियों के द्वारा घेराव किया जाएगा। इसके पूर्व संध्या पर आज शाम 5 बजे से पटना कॉलेज के गेट से कारगिल चैक गाँधी मैदान तक परीक्षार्थियों के द्वारा कैंडल मार्च का आयोजन किया गया है. परीक्षर्थियों के इन तार्किक और जायज मांगों के समर्थन में नागरिक अधिकार मंच हर संभव विधिक तरीके से सहयोग करेगा. आप सभी मीडिया बंधुओं से भी विनम्र आग्रह है कि परीक्षार्थियों की जायज और तार्किक माँगों को समाचारों में प्रमुखता से जगह देकर उनकी मदद करें.

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