जिम्बाब्वे की भारत पर पहली ट्वंटी-20 जीत - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 19 जून 2016

जिम्बाब्वे की भारत पर पहली ट्वंटी-20 जीत

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हरारे, 18 जून, जिम्बाब्वे ने करिश्मा करते हुये भारत की मजबूत टीम को आखिरी गेंद तक खिंचे पहले ट्वंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में शनिवार को दो रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। भारत को आखिरी गेंद पर जीत के लिये चार रन चाहिये थे लेकिन दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर और कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी इस गेंद पर चौका नहीं मार पाये। जिम्बाब्वे ने जैसे ही यह मैच जीता, उसके खिलाड़ी खुशियां मनाने लगे और जिम्बाब्वे के समर्थक जश्न में डूब गये। जिम्बाब्वे ने 20 ओवर में छह विकेट पर 170 रन बनाये जबकि भारतीय टीम छह विकेट पर 168 रन पर ही ठिठक गयी। पांच नये खिलाड़ियों के साथ उतरी टीम इंडिया को अंतिम अोवर में जीत के लिये आठ रन की जरूरत थी और पहली गेंद पर धोनी ने सिंगल ले लिया। इसके बाद दूसरी गेंद पर अक्षर पटेल को नेविल मद्जिवा ने स्थानापन्न खिलाड़ी वेलिंगटन मस्काद्जा के हाथों कैच करा दिया। दूसरी गेंद पर धोनी ने सिंगल लिया और पांचवी गेंद पर रिषि धवन ने एक रन लिया जिसके बाद अंतिम गेंद पर टीम इंडिया को जीत के लिये चार रन की जरूरत थी लेकिन कप्तान धोनी का ‘फिनिशिंग टच’ इस मैच में नहीं नज़र आया और आखिरी गेंद पर भी उन्होंने सिंगल लिया और भारत दो रन से मैच हार गया। अपना पदार्पण अंतरराष्ट्रीय ट्वंटी-20 मैच खेल रहे ओपनर लोकेश राहुल पारी की पहली गेंद पर ही तिरिपानो का शिकार बने और तिरिपानो ने उन्हें बोल्ड कर पॅवेलियन भेज दिया। इसके बाद अंबाटी रायुडू और मनदीप सिंह ने दूसरे विकेट के लिये 5.4 ओवर में 44 रन की साझेदारी की। रायुडू को 19 के निजी स्कोर पर चिभाभा ने बोल्ड किया। रायुडू ने 16 गेंदों में चार चौके लगाये। मनदीप सिंह 27 गेंदों में पांच चौकों के दम पर 31 रन बनाकर चिभाभा का शिकार बने। इसके बाद केदार जाधव (19) और मनीष पांडे (48) ने 4.4 ओवर में चाैथे विकेट के लिये 37 रन की साझेदारी की। मनीष ने 35 गेंदों मेंं एक चौका और तीन छक्के उड़ाये जबकि केदार ने 13 गेंदों में एक चौके और एक छक्के के दम पर 19 रन बनाये। मनीष अपने अर्धशतक से मात्र दो रन से चूक गये और उन्हें 48 के निजी स्कोर पर 18वें ओवर की दूसरी गेंद पर मुजरबानी ने तिरिपानो के हाथों कैच कराया। अक्षर पटेल ने तूफानी अंदाज में नौ गेंदों में एक चौका और दो छक्के उड़ाते हुये 18 रन बनाये और वह अंतिम ओवर की दूसरी गेंद पर छठे विकेट के रूप में आउट हुये। धोनी 17 गेंदों पर एक चौके की मदद से 19 रन बनाकर नाबाद रहे। जिम्बाब्वे के चामू चिभाभा अैर तौरई मुजरबानी ने दो-दो विकेट झटके जबकि डोनान्ड तिरिपानो और नेविल मद्जिवा को एक-एक विकेट मिला। 

इससे पहले एल्टन चिगुंबुरा की आखिरी ओवरों में सात छक्कों से सजी नाबाद 54 रन की साहसिक अर्धशतकीय पारी की बदौलत मेजबान जिम्बाब्वे ने छह विकेट पर 170 रनों का मजबूत स्कोर बनाया। महेंद्र सिंह धोनी ने टाॅस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण का निर्णय किया। जिम्बाब्वे ने पहले बल्लेबाजी करते हुये निर्धारित 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 170 रन का बड़ा स्कोर बनाया। जिम्बाब्वे की पारी में भारतीय गेंदबाजों को सबसे अधिक परेशान चिगुंबुरा ने किया और युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह और जयदेव उनादकट की गेंदों पर छक्के उड़ाये। उन्होंने 26 गेंदों में सात छक्के और एक चौका लगाकर नाबाद 54 रन की सर्वाधिक पारी खेली। 30 वर्षीय चिगुंबुरा का ट्वंटी 20 अंतरराष्ट्रीय मैच में यह तीसरा अर्धशतक है। मैच में जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों का प्रदर्शन वनडे सीरीज से कहीं बेहतर रहा और ओपनर चामू चिभाभा ने 20 रन, हैमिल्टन मस्काद्जा ने 25, सिकंदर रजा ने 20 और मैल्कम वालर ने 30 रनों का योगदान दिया। भारतीय गेंदबाज इस बार उतने प्रभावशाली नहीं दिखाई दिये। ट्वंटी 20 में पदार्पण कर रहे जयदेव उनादकट चार ओवर में 43 रन देकर कोई विकेट नहीं ले सके और सबसे महंगे साबित हुये। उनादकट की ही गेंद पर पांचवें ओवर में जिम्बाब्वे के विकेटकीपर बल्लेबाज रिचमंड मुतुम्बानी रिटायर्ड हर्ट हुये। मुतुम्बानी को उनादकट की एक इनस्विंगर कमर के किनारे तेजी से लगी जिसके बाद उन्हें पकड़कर मैदान से बाहर ले जाना पड़ा। 

इस मैच के लिये धोनी ने अंतिम एकादश में पांच खिलाड़ियों रिषि धवन, मनदीप सिंह, जयदेव उनाद्कट, लोकेश राहुल और युजवेन्द्र चहल को शामिल किया जो भारत के लिये अंतरराष्ट्रीय ट्वंटी-20 क्रिकेट में पदार्पण कर रहे हैं। उनादकट के अलावा अन्य पदार्पण खिलाड़ी मध्यम तेज गेंदबाज रिषि भी खास प्रभावित नहीं कर सके और उन्होंने चार ओवर में 42 रन लुटाये। उन्हें चिभाभा के रूप में एक विकेट भी हाथ लगा। वनडे सीरीज में कमाल का प्रदर्शन कर सबसे सफल गेंदबाज रहे जसप्रीत बुमराह इस बार भी सबसे सफल गेंदबाज रहे और उन्होंने चार ओवर में 24 रन देकर सर्वाधिक दो विकेट लिये। स्पिनर अक्षर पटेल को 18 रन पर एक और युजवेंद्र चहल को 38 रन पर एक विकेट मिला। वनडे सीरीज में एकतरफा अंदाज में तीनों मैच जीतकर क्लीन स्वीप करने वाली भारतीय टीम के गेंदबाज इस बार मेजबान टीम पर उतना दबाव नहीं बना सके। जिम्बाब्वे वनडे सीरीज में जहां एक भी मैच निर्धारित 50 ओवर नहीं खेल सकी थी लेकिन पहले ट्वंटी 20 में बल्लेबाजों ने कहीं बेहतर खेल दिखाया। चिभाभा ने 19 गेंदों में तीन छक्के लगाकर 20 रन बनाये और हैमिल्टन के साथ पहले विकेट के लिये 33 रन जोड़े। हैमिल्टन ने 15 गेंदों में एक चौका और तीन छक्के ठोके। चिभाभा को रिषि ने बोल्ड कर पहली सफलता दिलाई। इसके बाद मुतुंबानी मैदान पर आये लेकिन वह चार गेंदों के बाद ही रिटायर्ड हर्ट हो गये। सिकंदर ने 18 गेंदों में दो चौके लगाकर 20 रन जोड़े। वालर ने 21 गेंदों में चार चौके लगाकर 30 रन बनाये और दूसरी बड़ी पारी खेली। दोनों ने तीसरे विकेट के लिये 47 रन जोड़े। वालर को चहल ने बोल्ड किया। सातवें विकेट के लिये चिगुंबुरा ने नेविल मद्जिवा (नाबाद पांच) के साथ 40 रन की अविजित साझेदारी की। कप्तान ग्रीम क्रेमर चार रन बनाकर बुमराह का शिकार बने और 130 के स्कोर पर छठे बल्लेबाज के रूप में आउट हुये। 

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