एडिनबर्ग, 03 जुलाई, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद(आईसीसी) ने अंपायरों के पगबाधा निर्णयों में बदलाव को अपनी सहमति दे दी है जिससे गेंदबाजों को फायदा मिलेगा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पगबाधा निर्णय हमेशा से विवाद का विषय रहे हैं और अंपायर फैसला समीक्षा प्रणाली(डीआरएस) होने के बावजूद बल्लेबाज पगबाधा निर्णयों से कभी संतुष्ट नजर नहीं आते हैं। आईसीसी ने पगबाधा से जुड़े अंपायरों के फैसले पर डीआरएस से संबंधित नियमों में बदलाव को मंजूरी दे दी है जिसके बाद गेंदबाजों को फायदा होने की संभावना जताई जा रही है। पगबाधा को लेकर अंपायर के फैसले से संबंधित डीआरएस की परिस्थितियों के बारे में आईसीसी ने कहा“ यदि पगबाधा से संबंधित मैदानी अंपायर का फैसला बदला जाता है तो नये नियमों में गेंद का आधा हिस्सा स्टंप के जोन में होना चाहिए जो ऑफ और लेग स्टंप का किनारा भी होगा। इससे पहले तक यह स्थिति थी कि गेंद का आधा हिस्सा ऑफ और लेग स्टंप के बीच के जोन में होना जरूरी होता था।” आईसीसी ने कहा कि पगबाधा निर्णयों को लेकर यह संशोधन एक अक्तूबर या फिर इस तिथि से ठीक पहले शुरू होने वाली किसी सीरीज से प्रभावी होगा जिसमें डीआरएस का इस्तेमाल होता हो। इस परिवर्तन के बाद यह माना जा रहा है कि इस बदलाव से गेंदबाजों को अधिक फायदा मिलेगा तथा मैदानी अंपायर का फैसला तीसरे अंपायर को भेजे जाने पर अधिक बल्लेबाजों को आउट दिया जाएगा। अभी तक यह होता था कि जिस जोन में गेंद हिट होनी चाहिए थी उस पर दिए जाने वाले फैसले अधिकतर पलट दिए जाते थे।
विश्व क्रिकेट संस्था ने शनिवार रात समाप्त हुयी अपनी वार्षिक बैठक में पगबाधा मामले पर महत्वपूर्ण फैसला लेने के अलावा कई अहम निर्णय भी किये गये। आईसीसी ने टेस्ट क्रिकेट में दो डिवीजन बनाने और नई वनडे लीग सहित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आमूलचूल परिवर्तन करने की योजना को फिलहाल स्थगित कर दिया है। बैठक में आईसीसी, आईडीआई और आईबीसी बोर्डों ने पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष और मौजूदा आईसीसी चेयरमैन शशांक मनोहर की अध्यक्षता में कई मसलों पर चर्चा की। आईसीसी ने कहा क्रिकेट को ओलंपिक खेल बनाने की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समिति की योजना पर आगे बातचीत हुई है। विवाद का एक अन्य विषय नो बॉल से संबंधित फैसलों पर आईसीसी ने कहा कि मैदानी अंपायरों के बजाय तीसरे अंपायर को नोबाल कहने की अनुमति देने का ट्रायल अगले कुछ महीनों में किया जाएगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या तीसरा अंपायर तुरंत रीप्ले का उपयोग करके सही नोबाल दे सकता है। आईसीसी ने कहा, ‘यह ट्रायल आगामी एकदिवसीय सीरीज के दौरान किया जा सकता है। तीसरा अंपायर गेंद पड़ने के कुछ सेकंड के अंदर नोबॉल देगा और उसे मैदानी अंपायर को बताएगा। ट्रायल से संबंधित विस्तृत जानकारी इसे अंतिम रूप दिये जाने पर घोषित की जाएगी।”

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