मऊ 30 जुलाई, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में कल जेल गये दयाशंकर सिंह की जमानत अर्जी आज वकीलों की हडताल केे कारण अदालत में दाखिल नही की जा सकी। अदालतों में रिक्त पड़ी न्यायिक अधिकारियों की तैनाती के लिए आज यहां अधिवक्ताओं ने सांकेतिक हड़ताल कर कार्य का बहिष्कार किया। दयाशंकर को कल देर रात पुलिस लाइन से मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया जहां मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रमोद कुमार ने उनकी अंतरिम जमानत खारिज करते हुए 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। आज दयाशंकर सिंह के जमानत की अर्जी न्यायालय में पेश की जानी थी, लेकिन अधिवक्ताओं के कार्य बहिष्कार के चलते उनकी जमानत अर्जी नही पेश की जा सकी। अंतरिम जमानत खारिज होने के बाद दयाशंकर सिंह ने कहा “ मैं तो जेल जा रहा हूं लेकिन मेरी बूढ़ी मां, मेरी पत्नी और मेरी बच्ची का सरेआम अपमान हुआ है। यदि अखिलेश सरकार में दम है तो दोषी बसपा के नेताओं के ऊपर पास्को के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेज कर कार्रवाई करें। ”
रविवार, 31 जुलाई 2016
वकीलों की हड़ताल के चलते दयाशंकर सिंह के मामले में नही हो सकी सुनवाई
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