भले ही हमें लगता हो सिनेमा का संसार सबके सपनों को पूरा करने का माद्दा रखता है, लेकिन सच इससे एकदम अलग है। यह संसार जहां किसी के सपनों को पूरा करता है तो किसी की उम्मीदों को बड़ी ही बेरहमी से तोड़ देता है अगर बॉलीवुड की फिल्में हमारे समाज का आईना हैं, तो फिल्मों के सितारे हमारे सपनों में रंग भरकर हमारी उम्मीदों को जगाकर उन्हें पूरा करने का हौसला देते हैं। लेकिन कभी कभी ये सितारे भी खुद को मुश्किलों से घिरा पाते हैं, क्योंकि आखिर वो भी हैं तो हमारी आपकी तरह ही एक इंसान। इसीलिए तो कभी ये सितारे अपने सपनों को पूरा करने की जद्दोजहद में लगे रहते हैं तो कभी काम की तलाश में। आजकल बहुत सारे सितारे जो हमारे सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करते हैं, वो खुद काम की तलाश में भटक रहे हैं। आइए जानते हैं इन सितारों की कहानी
फिल्मों में अपने दमदार और शानदार अभिनय के कारण हमेशा सुर्खियों में रहे नाना पाटेकर इन दिनों लगभग खाली से हैं। इसके पीछे एक कारण तो यह हो सकता है कि वे हमेशा एक ही तरह की भूमिकाओं में नजर आते हैं और दूसरा कारण उनका गर्म मिजाज हो सकता है। नाना अब भी कभी कभार परदे पर नजर आते हैं लेकिन वो भी बहुत कम। नाना कहते है कि ‘पहले मैं दोस्ती यारी के लिये फिल्में कर लिया करता था। लेकिन उनमें से ज्यादातर खराब फिल्में थी जिन्होंने मेरे करियर को नुकसान पहुंचाया था। इसलिये मैं आजकल यारी दोस्ती को अपने करियर के बीच में नहीं लाता ;
फिल्मों की सबसे हसीन और मनमोहिनी मुस्कान वाली बेहतरीन अभिनेत्री माधुरी दीक्षित डॉ. श्रीराम नेने से शादी के बाद अपने परिवार में ही सिमटकर रह गई हैं। हालांकि माधुरी ने यशराज बैनर की फिल्म ‘‘आजा नच ले’ से दोबारा शुरुआत की, लेकिन उन्हें वह कामयाबी नहीं मिली, जिसकी उन्हें दरकार थी। उसके बाद माधुरी की एक और फिल्म ‘‘गुलाब गैंग‘‘ भी आई। दर्शकों ने माधुरी के अभिनय को तो सराहा पर बात नहीं बनी। ‘‘देवदास’ से उनकी शानदार और सफल वापसी हुई थी, लेकिन वे उसके बाद गायब हो गई। इन दिनों माधुरी भी अच्छे प्रस्ताव की ख्वाहिश में हैं। कुछ वक्त पहले माधुरी डांस के टीवी रियलिटी शो में जज की भूमिका में नजर आई थी।लेकिन ग्लैमर की चकचैधता दूर कर ना पाने के कारण कभी विज्ञापन तो कभी टीवी शो के माध्यम से दर्शको से जुडी हुई है।
चित्रगंधा का कहना है कि ‘भले ही हमें लगता हो सिनेमा का संसार सबके सपनों को पूरा करने का माद्दा रखता है, लेकिन सच इससे एकदम अलग है। यह संसार जहां किसी के सपनों को पूरा करता है तो किसी की उम्मीदों को बड़ी ही बेरहमी से तोड़ देता है तभी तो कहते हैं कि सिनेमा जगत हर किसी के लिए लाभकारी नहीं होता। सिनेमा जगत के ऐसे कई कलाकार हैं, जो अपने बेहतरीन अभिनय के कारण लोकप्रिय हैं। लेकिन फिल्मों के नाम पर उनकी झोली खाली है या यूं कहें की अब वे बेरोजगार हैं।’ फिल्म माचिस,चांदनी बार, ‘अस्तित्व’ ‘‘विरासत’ जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवा चुकीं अभिनेत्री तब्बू इन दिनों फुर्सत में हैं और हैदराबाद में अपने खास दोस्त नागाजरुन और अमला के साथ समय बिता रही हैं। उन्होंने कई यादगार भूमिकाएं निभाई हैं। वैसे फिल्मों के छोटे-छोटे साइड किरदारों को निभाते हुए साल में एक या दो बार तब्बू परदे पर दिखाई दे जाती हैं। ‘‘राजा की आएगी बारात‘‘ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाली रानी मुखर्जी का भी ऐसा ही कुछ हाल है। वैसे तो रानी मुखर्जी ने बहुत कम समय में कई बेहतरीन और दमदार किरदार निभाए। लेकिन इन दिनों रानी की झोली खाली है। पिछले दिनों वे फिल्म ‘‘मर्दानी’ में नजर आ चुकी हैं और फिलहाल रानी भी फुर्सत में ही हैं। लेकिन अपने खालीपन को छिपाने के लिए स्वयं को पति के प्रोडेक्शन हाउस में व्यस्त होने की बात कहती है।
एक समय की बेहतरीन और चुलबुली अदाकारा जूही चावला ने अपने करियर में कई दमदार किरदार निभाए हैं। उनकी हास्य भूमिकाएं हमेशा याद की जाती हैं। लेकिन इन दिनों जूही को सिर्फ भाभी या बड़ी बहन की भूमिकाएं ही प्रस्तावित की जा रही हैं। अब उनको विज्ञापन और रियलिटी शो का सहारा है। हालांकि विज्ञापनों में जूही अब भी छाई हुई हैं। जूही की फिल्म ‘‘चॉक और डस्टर‘‘ आने वाली है लेकिन उनके फिल्मों की संख्या और मांग पहले की अपेक्षा काफी कम हो चुकी है। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता विनोद खन्ना के बेटे अक्षय खन्ना ने फिल्म ‘‘ताल’, ‘‘दिल चाहता है’, ‘‘रेस’, ‘‘नकाब’ जैसी फिल्मों में अपनी बेहतरीन अदाकारी का प्रदर्शन किया है। लेकिन अब बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं। इमरान अपनी भूमिकाओं को लेकर चूजी हैं लेकिन साल 2013 में इमरान फिल्म ‘‘गोरी तेरे प्यार में’ दिखाई दिए थे ।
प्रीति जिंटा अब एक डांस रियलिटी शो में निर्णायक की भूमिका में दिखाई दे रही हैं। सिल्वर स्क्रीन पर चमकने वाले सितारे या फिर जिंदगी की भागदौड़ में घिरा आम आदमी, आखिर हम सभी को काम चाहिए और इसीलिए सभी काम की तलाश भी करते हैं लेकिन सितारों की बातें थोड़ी सी अलग हैं क्योंकि उन्हें पैसे के साथ ग्लैमर और पॉपुलेरिटी चाहिए, उन्हें अपने चाहने वालों की नजरों में और दिलों में रहना है और इसके लिए परदे पर दिखते रहना उनकी जरूरत के साथ मजबूरी भी हैं। यह भी एक कटु सत्य है कि शादी के बाद दर्शकों का नजरिया बदल जाता है,अभिनेत्रियां शादी के बाद फिल्मों में कम ही नजर आती हैं और अगर आती भी हैं तो दर्शक उन्हें पहले की तरह पसंद नहीं करते। माधुरी,जूही के बाद ऐसा ही हाल करिश्मा कपूर का है। करिश्मा व्यवसायी संजय कपूर से शादी के बाद अपने परिवार के साथ इतनी व्यस्त हो गई कि फिल्मों की ओर भी मुड़कर नहीं देखा। करिश्मा फिल्म ‘‘मेरे जीवन साथी’ के बाद किसी फिल्म में नजर नहीं आईं, हालांकि कुछ समय पहले वे अक्सर छोटे परदे के कार्यक्रमों में निर्णायक के तौर पर नजर आ रही थीं, पर वहां भी लगता है कि कोई खास बात नहीं बनी। सोनम कपूर की गिनती बॉलीवुड की मोस्ट स्टाइलिश एक्ट्रेस में होती है फिर भी उनके पास भी इक्का-दुक्का फिल्में ही हैं।
चित्रगंधा कहती है कि ‘सिनेमा जगत हर किसी के लिए लाभकारी नहीं होता। सिनेमा जगत के ऐसे कई कलाकार हैं, जो अपने बेहतरीन अभिनय के कारण लोकप्रिय हैं। लेकिन फिल्मों के नाम पर उनकी झोली खाली है या यूं कहें की अब वे बेरोजगार हैं।’साल की शुरुआत में सोनम फिल्म ‘‘डॉली की डोली‘‘ में नजर आई थीं। खाली कलाकारों की है लंबी लिस्ट अमृता राव, अमृता अरोड़ा, रितेश देशमुख, जेनेलिया डिसूजा, आशुतोष राणा, अरमान कोहली, दिया मिर्जा, असीन, तुषार कपूर, रिंकी खन्ना, सोनाली बेंद्रे, नगमा, उर्मिला मांतोडकर, सनी देओल, बॉबी देओल, प्रीति जिंटा, सुष्मिता सेन, सेलिना जेटली, उदय चोपड़ा, विवेक ओबेरॉय, शमिता शेट्टी, बिपाशा बसु, अमिषा पटेल, रणबीर शौरी, के के मेनन, नीतू चंद्रा, कोइना मित्रा, मुग्धा गोड्से,भूमिका चावलाऔर ग्रैसी सिंह आदि कई ऐसे कलाकार हैं जो इन दिनों खाली-खाली से हैं और काम की तलाश कर रहे हैं। इनमें से कुछ सितारें तो अपना होम प्रोडक्शन खोलकर फिल्में बना रहे हैं तो कुछ खुद की होम प्रोडक्शन में ही काम कर रहे हैं, तो कुछ ने साउथ और दूसरी भाषाओं की फिल्मों की तरफ अपना रुख कर लिया है।





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