साक्षात्कार :मुझे प्यार भरे आशिकाना-सूफियाना गीत गाना बहुत पसंद है : मस्तानी बिन्नी शंकर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 10 जुलाई 2016

साक्षात्कार :मुझे प्यार भरे आशिकाना-सूफियाना गीत गाना बहुत पसंद है : मस्तानी बिन्नी शंकर

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चैनल और यूटयूब ने नये गायकों का एक प्लेटफार्म दिया है। ऐसी  सूफी गायिका मस्तानी बिन्नी शंकर सिंगर। आज यह नाम बड़ी तेजी से गायिकी की दुनिया में अपनी दिलकश आवाज से संगीतप्रेमियों के दिल में जगह विशेष जगन बनाने में कामयाब होने लगा है। पिछले दिनों उन्हीं से प्रेमबाबू शर्मा से लघु वार्ता करते हुए मस्तानी बिन्नी शंकर सिंगर ने कुछ बातें साझा की है प्रस्तुत है उसी के अंश:

आपका गायन के प्रति रूझाान कब हुआ?
जी मैंने जब से होश संभाला यानि बचपन से ही मुझे संगीत से लगाव हो गया था। मैं फिल्मी और गैर फिल्मी गीतों का बडे ही ध्यान से सुनती है,और यही संे गायन के पगति आकर्षण हुआ। 

इस क्षेत्र में आने में किस व्यक्ति की भूमिका अहम् रही ?
मेरे पिता श्री गौरी शंकर जी का ही अहम् योगदान है वे स्वयं संगीत निर्देशक है आज जो भी हूँ उन्ही का आशीर्वाद है 

आपको सार्वजानिक रूप से बतौर गायिका की पहचान बनाने में किस समय पता चल गया था ?
मैं जब पांचवी कक्षा में थी तो मुझे स्कूल के अलावा आस-पड़ोस में भी बतौर गायिका की पहचान मिल गई थी. और मुझे बेहद खुशी होती थी जब मेरे टीचर और पडोसी भी मुझे उस समय छोटी सी उम्र में ही सिंगर कह कर पुकारने लगे थे 

आपको कौन से गीत गाना सबसे ज्यादा अच्छा लगता है ?
मुझे आशिकाना-प्यार भरे गीत एवं धार्मिक गीतों को गाना बहुत अच्छा लगता है 

आपका सबसे पसंदीदा गायक कौन है ?
नुसरत अली खान साहेब मेरे फेवरट सिंगर हैं मैं उनकी आवाज की दीवानी हूँ मुझे पंजाबी गायिकी में ऊँचा मकाम हासिल करने वाले दलेर मेहँदी जी, मशहूर गजल गायक गुलाम अली साहेब की गायिकी बहुत अच्छी लगती है. वैसे मुझे पाकिस्तीनी गायिका नसीबा लाल भी बेहद पसंद है. 

आपने अपनी कोई एलबम भी लाँच की है ?
रब्ब दी कृपया है जी., अभी तक मेरी दो धार्मिक एवं एक सूफियाना पर कुल तीन एलबम रिलीज हो चुकी हैं 

आप भविष्य में किस तरह के गीत गाने को प्राथमिकता देना पसंद करेंगी ?
मुझे प्यार भरे गीत बहुत पसंद है मैं आशिकाना-सूफियाना में ही अपने आपको स्थापित करना चाहती हूँ 

आप आशिकाना-सूफियाना गीतों के अलावा कुछ और भी गायिकी में नया करने की इच्छा रखती हैं क्या? 
जी मुझे यदि मौका मिला तो मैं वेस्टर्न (पश्चिमी) एवं अरबिक में भी कुछ अच्छा गाने की दिल में इच्छा है 

गीत संगीत के रियाज के लिए कितना समय रोजाना देती हैं ?
मैं रोजाना तीन-चार घंटे अच्छे गीत सुनने में लगाती हूँ जिससे मुझे और अच्छा गाने के लिए उर्जाशक्ति मिलती है 

गीत संगीत की दुनिया के अलावा आपके क्या शौक हैं ?
मुझे अच्छे गीत सुनने के अलावा, अच्छा खाना खाने, घुमने फिरने तथा बेडमिन्टन खेलने का शौक है.

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