नयी दिल्ली 20 जुलाई, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज कहा कि परमाणु आपूर्तिकर्ता देशों के समूह (एनएसजी) में शामिल होने के भारत के प्रयास की विफलता को कूटनीतिक हार नहीं माना जाना चाहिए। श्रीमती स्वराज ने आज लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि एनएसजी ग्रुप में शामिल होने का भारत का प्रयास विफल हुअा है लेकिन इसे कूटनीतिक हार नहीं कहा जा सकता है। यह हमारी कूटनीतिक रणनीति का ही परिणाम है कि हम एनएसजी ग्रुप में शामिल होने के दरवाजे तक पहुंचे। इसे हमारी विजय माना जाना चाहिए क्योंकि इससे आगे के रास्ते खुल गए हैं । उन्होंने कहा कि इस संबंध में चीन के साथ बातचीत की प्रक्रिया खत्म नहीं हुई है । उसे मनाने की कोशिश जारी है और कोई न कोई हल अवश्य निकलेगा। एनएसजी ग्रुप में भारत को शामिल कराने के मेक्सिको के प्रयासों के सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उसी के कहने पर एनएसजी ग्रुप का पूर्ण सत्र बुलाया गया था। श्रीमती स्वराज ने कहा कि यह भी बड़ी बात है कि भारत परमाणु अप्रसार संधि में शामिल न होने के बावजूद परमाणु के मामले में अपनी प्रतिबद्धता के कारण एनएसजी ग्रुप में शामिल होने के करीब पहुंचा है।
बुधवार, 20 जुलाई 2016
एनएसजी मामले में नहीं हुई हमारी कूटनीतिक हार: सुषमा
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