सावन की पहली सोमवारी में भवानीपुर स्थित बाबा उग्रनाथ (उगना) के दरबार में कांवरियों ने पाग पहनकर बाबा को जल चढ़ाया। मिथिला मिरर के संपादक ललित नारायण झा के नेतृत्व में करीब 50 से अधिका कांवरियों ने कमला एवं बाबा के चंद्रकूप से जल लेकर बाबा के दरबार में पहुंचे। मिथिलालोक एवं डाॅ. बीरबल झा द्वारा आयोजित ‘पाग बचाओ अभियान’ के तहत भवानीपुर में जो दृश्य देखने को मिला उससे आसपास के लोग मंत्र मुग्ध दिखे। गेरूआ वस्त्र धारण किए कांवरियों के माथ पर पाग देख ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानो मिथिला की संस्कृति के संवर्धन हेतु यह सभी कांवरिया बाबा उग्रनाथ के दरबार पहुंचे हैं। वर्ण व्यवस्था से परे सभी वर्गों के कांवरियों के पाथ पाग बाबा दरबार में अलौकिक छटा बिखेर रहा था। कांवरियों के जलाभिषेक के बाद लगभग 45 मीनट तक आमलोगों के लिए पूजा-अर्चना को रोककर बाबा मंदिर के सभी पुजारीगण मिथिलालोक एवं डाॅ. बीरबल झा द्वारा निर्मित पाग पहनकर बाबा का रूद्राभिषेक किया गया।
बाबा के उगना के रूद्राभिषेक में मिथिला मिरर के संपादक ललित नारयण झा, कन्हैया पंडा, त्रिपुरारी पंडा, दिलीप पंडा, मुरारी पंडा, काली मंदिर के प्रमुख पुजारी अखिलेष जी, उदय पंडा, विजय पंडा, ठाकुर पंडा, मुरारी झा वत्स, सुमन जी झा एवं रविंद्र कुमार ने भाग लिया। मिथिलालोक के चेयरमैन डाॅ. बीरबल झा ने कहा कि सावन के प्रत्येक सोमवारी को मिथिला के विभिन्न शिवालयों ‘पाग पहनकर, पाग बम’ जाएंगे। डाॅ. झा ने कहा कि मिथिला संस्कृति सहेजने के साथ-साथ संस्था मिथिला के आर्थिक, सांस्कृतिक एवं व्यवसायिक विकास करने के लिए कृतसंक्लपित है।

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