लखनऊ 07 जुलाई, देश में शायद यह पहला अवसर है जब ईद के मुबारक मौके पर महिलाओं ने भी ईदगाह में नमाज अता की। लखनऊ के ईदगाह में आज सुबह से ही हलचल तेज थी। ईदगाह में महिलाओं के नमाज अता करने को लेकर लोगों में उत्सुकता थी। ईदगाह के विशेष हाल में महिलाओं के लिए नमाज अता करने की व्यवस्था की गयी थी। सुबह से ही महिलाएं ईदगाह में इकट्ठा होना शुरु हो गयीं थी। इस्लामिक सेन्टर ऑफ इंडिया की ओर से मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की पहल पर एकत्र हुई महिलाओं ने समय पर ईदगाह के हाल में नमाज अता की।
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि इस्लाम में औरतों को खासा दर्जा हासिल है, तो वे ईदगाह या मस्जिद में नमाज क्यों नहीं अता कर सकतीं। उन्होंने कहा कि इस्लाम में कहीं नहीं लिखा है कि औरतें मस्जिद या ईदगाह में नमाज नहीं अता कर सकतीं। महिलाओं के ईदगाह में नमाज अता करने के समय धार्मिक रीति रिवाजों का पूरा ध्यान रखा गया। नमाज अता करने के लिए महिलाओं के लिए चटाई आदि की व्यवस्था की गयी थी। महिलाओं ने ईदगाह परिसर में पुरुषों से अलग नमाज अता की। मौलाना फरंगी महली के अनुसार लखनऊ में पहली बार महिलाओं ने ईदगाह परिसर में ईद की नमाज अता की। उनका कहना था कि जहां तक उन्हें जानकारी है ईद के मुबारक मौके पर देश में शायद यह पहला अवसर है जब ईदगाह में महिलाओं ने नमाज अता की। महिलाओं ने ईदगाह के हाल में नमाज अता की जबकि पुरुषों के लिए हर साल की तरह मैदान में व्यवस्था की गयी थी।
इससे पहले राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ईदगाह पहुंचकर लोगों को बधाई दी। ईदगाह पहुंचने वालों में नवनियुक्त मुख्य सचिव दीपक सिंघल भी शामिल थे। इस मौके पर सुरक्षा के व्यापक बन्दोबस्त किये गये थे। राज्य के दूसरे हिस्सों से परम्परागत और हर्षोल्लास के साथ ईद मनायी गयी। वाराणसी, कानपुर, इटावा, फैजाबाद, भदोही, मथुरा, संभल, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर समेत सूबे के हर इलाके में ईद हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी। रमजान के पवित्र महीने में करीब तीस दिन रोजा रखने के बाद आज लोगों ने एक दूसरे से गले मिलकर ईद की बधाई दी। सेंवइयां खायी और बडों से ईदी ली। राज्य में शिया मुसलमानों ने कल ही ईद मना ली थी जबकि सुन्नियों ने आज ईद मनायी। इस अवसर पर सुरक्षा के व्यापक बन्दोबस्त किये गये थे। संवेदनशील शहरों में स्थानीय पुलिस के साथ केन्द्रीय बलो को भी तैनात किया गया था।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें