मोदी ने दुआओं के साथ दिखाई ‘रन फोर रियो’ को हरी झंडी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 1 अगस्त 2016

मोदी ने दुआओं के साथ दिखाई ‘रन फोर रियो’ को हरी झंडी

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नयी दिल्ली, 31 जुलाई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को यहां मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम से रियो ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने जा रहे एथलीटों को ‘खेलो और सफल होने’ की शुभकामनाओं के साथ ‘रन फोर रियो’ को हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि खिलाड़ी ब्राजील के रियो डी जेनेरो में होने वाले ओलंपिक खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। श्री मोदी ने कहा“ हर खिलाड़ी ने यहां तक पहुंचने के लिये अपनी ओर से बहुत मेहनत की है और हमें उम्मीद है कि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।” श्री मोदी ने पांच से 21 अगस्त तक चलने वाले ओलंपिक खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करने जा रहे एथलीटों के लिये आयोजित कार्यक्रम ‘रन फोर रियो’ के माैके पर कहा“ पहले खिलाड़ियों को तैयारी करने का बहुत कम समय मिलता था लेकिन अब खिलाड़ियों को कम से कम 15 दिन का समय मिलता है जब वे उस जगह की परिस्थितियों के अनुकूल खुद को ढाल पाते हैं।” इस कार्यक्रम के अवसर पर खेल मंत्री विजय गोयल भी मौजूद थे। यहां रियो ओलंपिक की टीशर्ट पहने करीब 20 हजार स्कूली छात्र मौजूद थे जिन्होंने तिरंगा फहराकर रियो एथलीटों की हौसला अफजाई की। कार्यक्रम के आयोजन स्थल मेजर ध्यानचंद स्टेडियम से जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम तक लोगों की भीड़ इस कार्यक्रम के लिये उमड़ी थी। उल्लेखनीय है कि इस बार भारत ने ओलंपिक में 119 सदस्यीय दल उतारा है जो उसका इन खेलों में अब तक का सबसे बड़ा दल है। प्रधानमंत्री ने ध्यानचंद स्टेडियम से अपने संबोधन में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि एथलीट देश का गौरव बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा“ मुझे यकीन है कि हमारे एथलीट दुनिया का दिल जीतेंगे और दुनिया को दिखाएंगे कि भारत क्या है। मुझे यकीन है।” उन्होंने साथ ही बताया कि सरकार ने एक टीम गठित की है जो एथलीटों को विदेशी जमीन पर भी भारतीय खाना उपलब्ध कराएगी और उन्हें अब विदेशी खाना खाने की अादत नहीं डालनी होगी।


प्रधानमंत्री मोदी सुबह आठ बजे ध्यानचंद स्टेडियम पहुंचे जहां केंद्रीय खेल मंत्री गोयल ने उनका अभिवादन किया। इसके बाद श्री मोदी ने यहां मौजूद युवाओं को संबोधित किया और सबसे पहले युवाअाें और छात्रों से रियो जाने वाले 119 सदस्यीय भारतीय दल की हौसला अफजाई करने के लिये भारत माता के नारे लगवाये। इस उत्साह से भरे माहौल में उन्होंने सभी भारतीय खिलाड़ियों की प्रशंसा करते हुये कहा कि वे सभी बहुत मेहनत करके, वहां पर पहुंचे हैं और उनकी कामयाबी उनकी व्यक्तिगत नहीं बल्कि हिन्‍दुस्‍तान के सवा सौ करोड़ देशवासियों की होगी। सफेद कुर्ता पजामा पहने श्री मोदी भी इस दौरान ओलंपिक के रंग में नजर आये। उन्होंने कहा“ देश को रियो में खिलाड़ियो से बड़ी आस है। भारत एक शताब्‍दी से ज्‍यादा समय से ओलंपिक खेलों के साथ जुड़ा रहा है। लेकिन करीब सौ साल से भी ज्‍यादा समय के बाद पहली बार 119 खिलाड़ियों का बड़ा दल रियो पहुंचाने में हम सफल हुए हैं।” श्री मोदी ने 2020 में जापान के टोक्यो ओलंपिक में 200 से अधिक भारतीय एथलीटों का दल उतारे जाने का लक्ष्य रखते हुये कहा“ 2020 में टोक्‍यों में ओलंपिक होगा। मैं मेरे देश के नौजवानों का आह्वान करता हूं, हिन्‍दुस्‍तान के 600 से ज्‍यादा जिलों का आह्वान करता हूं कि हर जिला संकल्‍प करे कि अगली बार टोक्‍यो के ओलंपिक में न सिर्फ मेरे राज्‍य का, लेकिन मेरे जिले का भी कोई नुमांइदा टोक्‍यो खेलने पहुंचेगा। इस बार 119 गए हैं तो अगली बार 200 से ज्‍यादा खिलाड़ी ओलंपिक पहुंचे।” प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में आधे घंटे से भी अधिक समय रूके और अपना जोरदार भाषण दिया तथा देश में ओलंपिक खेलों का माहौल बनाने के लिये देशवासियों से अपील भी की। उन्होंने साथ ही कहा“जिन खेलों में हमारा दूर दूर का भी नाता नहीं है उन खेलों में भी एथलीट तैयार करने का काम अभी से शुरू करना चाहिये। मैं जानता हूं कि भारत के नौजवानों में सामर्थ्‍य, प्रतिभा ,संकल्‍प और सपने हैं।”

श्री मोदी कहा“ इस बार हमें ज्‍यादा समय नहीं मिला क्योंकि हमारी सरकार बने दो वर्ष ही बीते हैं। लेकिन हमने खेल के प्रति लोगों को जागरूक अौर सक्रिय बनाने का एक अभिनव प्रयास किया है और हम पहले की तुलना में काफी बदलाव लाने में सफल हुए हैं। हमने कुछ बदलाव ऐसे किए हैं, जिनसे आपको ध्‍यान में आएगा कि अभी से भारत टोक्‍यो के लिए कैसी तैयारी कर रहा है।” प्रधानमंत्री ने रियो में सबसे बड़े दल उतारे जाने के अलावा एथलीटों को मुहैया कराई गई सुविधाओं के लिये अपने मंत्रालय की पीठ भी थपथपाई। उन्होंने बताया कि न सिर्फ इस बार एथलीटों को 15 दिन पहले रियो भेजा गया है बल्कि उन्हें भारतीय खाना उपलब्ध कराने के लिये विशेष बजट को भी अनुमति दी गई ताकि एथलीट अपने मन पसंद व्यंजन खा सकें। अपनी विशिष्ट शैली के लिये मशहूर देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री ने मीडिया द्वारा की जाने वाली आलोचनाओं का जिक्र भी किया। उन्होने कहा“ जब ओलंपिक समाप्‍त होता है तो मीडिया में खेलों पर लेख लिखे जाते हैं और बहुत आलोचना की जाती है। करी‍ब 15 दिन, महीने भर, बाल नोचने का बड़ा अभियान चलता है। लेकिन महीने के बाद वो सारा विषय भुला दिया जाता है, और फिर जब चार साल के बाद ओलंपिक आता है, तब याद किया जाता है कि पिछली बार क्‍या क्‍या हुआ था।” उन्होंने कहा“ हमने इस बार पिछले ओलंपिक के समय क्‍या क्‍या आलोचनाएं हुई थीं, उसका दो साल पहले अध्‍ययन शुरू किया। सरकार बनने के बाद उन कमियों को दूर करने के लिए एक-एक कदम उठाना प्रारंभ किया और आलोचनाओं को मौके में बदलने का प्रयास किया।” श्री मोदी ने साथ ही बताया कि इस बार एथलीटों को भी अधिकारियों के समान 100 डालर रोजाना भत्ता दिया जाएगा। इसके अलावा एथलीटों को उनकी पंसद के हिसाब से अंतरराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग भी मुहैया कराई गई है। वहीं ओलंपिक खेलों का बजट भी करीब सवा सौ करोड़ रखा गया है। 

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