- मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदर्शन करते प्रदर्शनकारियों को जेपी चैक पर रोका जबरन.
- गृह सचिव से प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात करके बलात्कारियों-अपराधियों पर अविलंब कार्रवाई की मांग की.
- 26 जनवरी को राज्य के सभी गांवों, खासकर महादलित टोले में श्रद्धांजलि सभा का होगा आयोजन.
पटना 19 जनवरी 2016, हाजीपुर की महादलित छात्रा डीका कुमारी के न्याय के सवाल पर आज पटना में ऐपवा-आइसा और इनौस ने संयुक्त बैनर से आक्रोशपूर्ण पद्रर्शन निकाला. मार्च गांधी मैदान स्थित भगत सिंह चैक से निकला, जिसे जेपी चैक पर पुलिस ने जबरन रोक दिया. प्रदर्शनकारियों ने उसी स्थान को जाम कर डीका कुमारी बलात्कार-हत्याकांड पर नीतीश सरकार की शर्मनाक चुप्पी के खिलाफ प्रतिरोध सभा आयोजित की. बाद में बिहार के गृह सचिव अमीर सुबहानी से ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल में उनके अलावा ऐपवा की बिहार राज्य सचिव शशि यादव, हाजीपुर राजकीय अंबेदकर राजकीय विद्यालय की पूर्व छात्रा मुस्कान, इनौस के बिहार राज्य अध्यक्ष शशि यादव, आइसा के बिहार राज्य अध्यक्ष मोख्तार और डीका कुमारी की मां कुुसुमी देवी शामिल थीं. प्रतिरोध सभा को संबोधित करते हुए ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि आज पूरा बिहार डीका कुमारी के लिए न्याय की मांग कर रहा है, लेकिन नीतीश कुमार इस सवाल पर चुपी साधे हुए हैं. छात्राओं को पंख लगाने का दावा करने वाले नीतीश कुमार को यह बताना होगा कि आखिर स्कूल कैंपसों के भीतर छात्राओं के साथ बलात्कार और उनकी निर्मम हत्या क्यों हो रही है? ऐसी जघन्य हत्या के बाद भी प्रशासन चुप क्यों बैठा है? उन्होंने आगे कहा कि 26 जनवरी को राज्य के गांवों में खासकर महादलित टोले पर श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया जाएगा और इस दिन उपवास रखा जाएगा.
प्रतिरोध सभा को हाजीपुर विद्यालय की छात्रा व डीका कुमारी की सहपाठी काजल, अधिवक्ता अलका वर्मा, इनौस के बिहार राज्य सचिव नवीन कुमार, आइसा के बिहार राज्य सचिव शिवप्रकाश, इनौस नेता रविन्द्र यादव, मधुसूदन कुमार, ऐपवा नेता सुहैला गुप्ता, संगीता सिंह, इंदू सिंह, लीला वर्मा ने संबोधित करत हुए कहा कि कहा कि जहां पूरा प्रशासन अपराधियों के बचाव में खड़ा है. छात्रा की हत्या करने कोई बाहर से अपराधी नहीं घुसे थे, बल्कि ऐसे लोग शामिल हैं, जो स्कूल व्यवस्था से जुड़े हुए हैं. जिले के एसपी व डीएम ने ने केवल पहले लापरवाही बरती बल्कि अब भी गैरजिम्मेदार बने हुए हैं. बिहार सरकार को इस मसले पर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए. संचालन ऐपवा की पटना नगर सचिव अनीता सिन्हा ने किया. ऐपवा-आइसा व इनौस नेताओं ने कहा है कि गृहसचिव से वार्ता के दौरान 164 के तहत बयान दर्ज करने और अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार करने के आश्वासन पर यदि त्वरित कार्रवाई नहीं होती, तो हम और भी बड़े आंदोलनों में जाने को तैयार हैं.
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