राज्यपाल ने नक्सलवाद को समूल नष्ट करने का प्रण लेने का आह्वान किया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


गुरुवार, 26 जनवरी 2017

राज्यपाल ने नक्सलवाद को समूल नष्ट करने का प्रण लेने का आह्वान किया


रांची 26 जनवरी, झारखंड की राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने लोगों से साम्प्रदायिकता ,आतंकवाद और नक्सलवाद को समूल नष्ट करने का प्रण करने और देश को विश्व के सबसे शक्तिशाली गणराज्य के रूप में स्थापित करने के लिये पूर्ण समर्पण से कार्य करने का आह्वान किया है । श्रीमती मुर्मू ने आज यहां मोरहावादी मैदान में 68 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर आयोजित राजकीय समारोह में ध्वज फहराने के बाद कहा कि संवैधानिक स्वतंत्रता के प्रवर्तन का यह दिन अत्यन्त महत्वपूर्ण है। स्वशासन के जिन आदर्शो एवं उद्देश्यों की प्राप्ति के लिये स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी गयी ,उन दर्शन एवं आदर्शो को राष्ट्र के लोगों के विकास के लिये संविधान के रूप में अधिनियमित एवं अंगीकृत किया गया । हमें आत्म चिंतन करना है कि संविधान के मार्गदर्शन में हम अपनी आजादी के उद्देश्यों एवं आदर्शो को किस हद तक प्राप्त करने में सफल हुये है ।राज्यपाल ने कहा कि झारखंड के सर्वागीण विकास एवं जनआकांक्षाओ को साकार करने की दिशा में राज्य सरकार प्रयत्नशील है । झारखंड को विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिये सरकार हर संभव कदम उठा रही है जिससे यह राज्य एक खुशहाल एवं विकसित प्रदेश बन सके । साथ ही अन्य राज्यों के लिये प्रेरणा बन सके। राज्य सरकार ने प्राथमिकतायें तय करते हुये जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों यथा स्वच्छ एवं संवेदनशील प्रशासन जन भागेदारी, स्वच्छता, भ्रष्टाचार उन्मूलन, सुगम यातायात, बिजली, सिंचाई, खेत खलिहान, शिक्षा , स्वास्थ्य एवं महिला सशक्तिकरण पर अपना ध्यान केन्द्रित किया है ।









राज्यपाल ने कहा कि राज्य को बेरोजगारी एवं पलायन की समस्या से निजात दिलाने के उद्देश्य से सरकार ने सक्षम झारखंड कौशल विकास की योजना की शुरूआत की है । इस योजना के तहत राज्य के लाखों युवक-युवतियों का कौशल विकास कर उन्हें रोजगार का अवसर उपलब्ध कराने के लक्ष्य पर राज्य सरकार तेजी से कार्य कर रही है । श्रीमती मुर्मू ने कहा कि सतत विकास के लिये राज्य की आधारभूत संरचना का मजबूत होना नितान्त आवश्यक है । आधारभूत संरचना मजबूत होगी तभी राज्य के विकास को अपेक्षित गति मिल सकेगी । इस तथ्य को ध्यान में रखकर सरकार बिजली, सड़क एवं परिवहन आदि विषयों पर सुधार के लिये गंभीरता से प्रयास कर रही है । उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने के अपने संकल्प की ओर तीव्र गति से कार्यरत है । राज्यपाल ने कहा कि राज्य में बाल श्रम के उन्मूलन के लिये सरकार अनवरत अभियान चला रही है । साथ ही मुक्त कराये गये बाल श्रमिकों के पुनर्वास की कार्रवाई भी की जा रही है । देश के विभिन्न महानगरों में श्रमिकों के पलायन को हतोत्साहित करने तथा प्रवासी महिला श्रमिकों को वापस लाने का कार्य भी किया जा रहा है । राज्य में आने वाली किसी भी आपदा से तत्काल निपटने के लिये राज्य एवं जिला स्तर पर आपदा प्रबंधन प्राधिकार को सक्रिय करने की दिशा में कार्य किया गया है ।



राज्यपाल ने कहा कि राज्य में सुरक्षित एवं भयमुक्त समाज के निर्माण की दिशा में सरकार द्वारा कई कदम उठाये जा रहे है । पिछले दो वर्षो में उग्रवाद की रोकथाम के लिये सरकार द्वारा किये गये गंभीर प्रयासों के परिणाम स्वरूप ही आज उग्रवाद की घटनाओं में काफी कमी आई है । साथ ही ऐसी गतिविधियों में शामिल राज्य के युवाओं को मुख्य धारा में शामिल करने के लिये भी सरकार द्वारा प्रयास किये जा रहे है तथा इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे है। श्रीमती मुर्मू ने कहा कि सरकार ने झारखंड के स्थानीय निवासी की परिभाषा एवं पहचान सम्बन्धी चिर प्रतीक्षित नीति का निर्धारण भी कर दिया है ,साथ ही सरकार द्वारा यह भी निर्णय लिया गया है कि राज्य के अनुसूचित क्षेत्रों में आने वाले जिलों के स्थानीय निवासी ही सम्बन्धित जिलों के विभिन्न विभागों मे अगले दस वर्ष तक जिला संवर्ग के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के पदों में उद्दत रिक्तियों पर भर्ती के लिये पात्र होंगे । इससे राज्य की जनता को उनका वास्तविक हक मिल सकेगा और राज्य के विकास में वे अपना योगदान दे सकेंगे । राज्यपाल ने कहा कि उनकी सरकार ने संविधान के आदर्शों एवं उद्देश्यों को दृष्टि में रखते हुये राज्य की जनता के कल्याण के लिये हर आवश्यक कदम उठा रही है । हमारे देश का संविधान विश्व का सबसे बडा संविधान है जिसमें जनहित से जुड़े हुये हर विषय का समावेश है । इसमें नागरिको के अधिकार सुनिश्चित किये गये है । आज ही के दिन 26 जनवरी 1950 को भारत के संविधान की घोषणा की गयी एवं भारत देश गणतंत्र के रूप में स्थापित हुआ । संवैधानिक स्वतंत्रता के प्रवर्तन का यह दिन हमारे लिये अत्यन्त महत्वपूर्ण है ।









श्रीमती मुर्मू ने राज्य की जनता से अपील करते हुये कहा कि वह अपने अधिकारों के प्रति सजग रहे ही साथ ही अपने संवैधानिक कर्तव्यों का भी निर्वहन करें क्योंकि एक सभ्य, उन्नत एवं सशक्त झारखंड का निर्माण तभी संभव है जब सरकार एवं नागरिक दोनो अपने कर्तव्यों एवं उत्तरदायित्वों का निर्वहन ईमानदारी से करें । उन्होंने कहा कि वज्रंपात से बचाव के लिये विशिष्ट तकनीक का विकास किया गया है साथ ही नयी भवन निर्माण नीति के अंतर्गत राज्य के सभी जी प्लस टू से ऊंचे भवनों में त्वरित चालक लगाना अनिवार्य कर दिया गया है । राज्यपाल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, नेताजी सुभाषचन्द्र बोस ,लौह पुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल ,शहीद ए आजम भगत सिंह, पंडित जवाहर लाल नेहरू ,मौलाना अब्दुल कलाम आजाद और बाबा साहेब भीम राव अम्बेदकर समेत एवं अन्य महा विभूतियों को नमन करते हुये कहा कि इनके नेतृत्व में हमारे देश ने स्वतंत्रता प्राप्त की है और एक सशक्त गणतांत्रात्मक स्वरूप मे विश्व के मानचित्र पर उभरकर सामने आया ।श्रीमती मुर्मू ने ने झारखंड के महान सपूतो बाबा तिलका मांझी, चांद भैरव , बीर बुद्वु भगत, बीर तेलंगा अखरिया, ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव, शेख भिखारी, पांडेय गणपत राय और टिकैत उमरांव सिंह आदि के प्रति भी अपनी सच्ची श्रद्धा व्यक्त करते हुये कहा कि राज्य में गरीब विधवा महिलाओं के कल्याण एवं उनके प्रति सम्मान प्रदर्शित करते हुये सरकार द्वारा कई योजनायें चलाई जा रही है । उन्होंने कहा कि राज्य के औद्योगिक क्षेत्र में सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया है तथा निवेश के अनुकूल माहौल तैयार करने के लिये श्रम कानूनों का सरलीकरण किया गया है । इस अवसर पर अनेक झांकिया भी निकाली गयी ।

कोई टिप्पणी नहीं: