नयी दिल्ली 26 जनवरी, भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने आतंकवाद के खिलाफ बिना किसी रुकावट के कार्रवाई करने का मजबूत इरादे को आज फिर से दोहराया। अबूधाबी के युवराज एवं यूएई की सशस्त्र सेनाओं के डिप्टी सुप्रीम कमांडर जनरल शेख मोहम्मद बिन ज़ायेद अल नाह्यान ने एक संयुक्त बयान में कहा कि दोनों देशों ने मज़हबी कट्टरवाद एवं हिंसा को बढावा देने वालों के खिलाफ मिलकर काम करने का संकल्प जताया। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और आबूधाबी के युवराज अल नाह्यान के बीच कल यहां हैदराबाद हाउस में हुई शिखर बैठक में अपनी सामरिक साझेदारी को व्यापक स्तर पर ले जाते हुए परस्पर सहयोग के 14 करारों पर हस्ताक्षर किये तथा रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग को बढ़ा कर दक्षिण एशिया में स्थिरता कायम करने के लिये मज़हबी कट्टरवाद एवं हिंसा का मिलकर काम करने का संकल्प जताया। बैठक के बाद श्री मोदी ने अपने वक्तव्य में कहा था कि भारत, यूएई को अपनी विकास गाथा का एक अहम साझीदार मानता है और वह भारत के ढांचागत क्षेत्र में निवेश के यूएई की दिलचस्पी का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा, “ यूएई विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्र में हमारे विकास से जुड़ कर लाभान्वित हो सकता है। हम दाेनाें मिलकर डिजिटल अर्थव्यवस्था, मानव पूंजी और स्मार्ट शहरीकरण की भारत की पहल में निहित असीम अवसरों का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम दाेनों देशों के कारोबार एवं उद्योग जगत के बीच संपर्क बढ़ाकर द्विपक्षीय कारोबार में बढ़ावा देना चाहते हैं।” दोनों देशों ने जिन समझौतों पर हस्ताक्षर किये उनमें भारत एवं यूएई के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी कायम करने, रक्षा उत्पादन में सहयोग बढ़ाने, समुद्री परिवहन, सड़क निर्माण, मानव तस्करी रोकने, छोटे एवं मध्यम उद्योगों के क्षेत्र में, खाद्यान्न उत्पादन, एंटी डंपिंग ड्यूटी आदि के क्षेत्र में किये गये हैं। साइबर सुरक्षा और तेल के रणनीतिक भंडारण को लेकर भी दोनों देशों ने करार किये।
शुक्रवार, 27 जनवरी 2017
भारत, यूएई ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का संकल्प दोहराया
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