नयी दिल्ली 26 फरवरी, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने आज फिर कहा कि भारत को तोड़ने की मंशा रखने और आतंकियों का समर्थन करने वाले राष्ट्रविरोधी ही कहे जाएंगे। श्री रिजिजू ने ट्विटर पर लिखा है, “किसी को भी राष्ट्रवाद को परिभाषित करने का अधिकार नहीं है, लेकिन अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर कुछ भी करने की इजाजत नहीं दी जा सकती।” उन्होंने कहा कि जो कोई विभाजनकारी गतिविधियों में शामिल है या आतंकवादियों का समर्थन करता है, उसे राष्ट्रविरोधी ही कहा जाएगा। उनका यह बयान दिल्ली विश्वविद्यालय के नाॅर्थ कैंपस में वाम मोर्चे से सम्बद्ध ऑल इंडिया स्टुडेंट्स यूनियन (आइसा) एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एआईवीपी) के कार्यकर्ताओं के बीच हुए संघर्ष को लेकर जारी विवाद के बीच आया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनका जन्म एक एेसे सीमांत गांव में हुआ है, जिस पर 1962 में चीन ने कुछ दिनों के लिए कब्जा कर लिया था और वह भी भारत की रक्षा करने की प्रतिज्ञा लेकर बड़े हुए हैं, जैसा हर अरुणाचल वासी करता है। यदि भारत एक मजबूत देश के तौर पर एकजुट नहीं रहता है तो आजादी का क्या मतलब है? श्री रिजिजू ने कहा था कि देश में अभिव्यक्ति की आजादी काॅलेज परिसरों को राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का गढ़ बनने का अधिकार नहीं देती और अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर भारत विरोधी नारों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सोमवार, 27 फ़रवरी 2017
देश तोड़ने की मंशा रखने वाले राष्ट्रविरोधी ही कहे जाएंगे : रिजिजू
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