रांची 14 फरवरी, झारखंड मुख्यमंत्री रघुवर दास ने निवेश के लिए अच्छी नीतियों की जरूरत पर बल देते हुए आज कहा कि किसी भी राज्य में निवेशक तभी निवेश के लिए आयेंगे जब राजनीतिक स्थिरता के साथ-साथ सकारात्मक और अच्छी नीतियां होंगी। श्री दास ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि किसी राज्य में निवेशक तभी निवेश करने आएगा जब नीतियां अच्छी हो , राजनीतिक स्थिरता हो और अर्थव्यवस्था सुदृढ़। उन्होंने राजधानी रांची में 16-17 फरवरी को आयोजित होने वाले ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट की चर्चा करते हुए कहा कि समिट में देश-विदेश के 9525 प्रतिनिधियों ने आने की स्वीकृति दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना किसी धूम-धड़ाके के पिछले दो वर्षां के उनके कार्यकाल में राज्य में करीब 26 हजार करोड़ रूपये का निवेश हो चुका है। उन्होंने कहा कि बार-बार सवाल उठते हैं कि 14 वर्षां में कई करार (एमओयू) हुए लेकिन अपेक्षित रुप से धरातल पर नहीं उतर सके। पिछली सरकार में जितने भी एमओयू हुए सभी के इरादे नेक थे लेकिन अपेक्षित परिणाम नहीं मिल पाया। इसका मुख्य कारणों में राज्य में राजनीतिक अस्थिरता भी रही। श्री दास ने कहा कि कंपनियों के साथ होने वाले एमओयू को लेकर कोई खिल्ली न उड़ाये,इसलिए कोशिश होगी कि उतने ही एमओयू किये जाए, जो धरातल पर उतरे। उन्होंने कहा कि कोई निवेशक तभी किसी राज्य में निवेशक करने आएगा जब नीतियां अच्छी और सकारात्मक होंगी। उन्होंने कहा कि झारखंड पिछले दो सालाें में देश के पूर्वाेत्तर राज्यों के लिए व्यापारिक दृष्टिकोण का केंद्र बिन्दु बनकर उभरा है ।
श्री दास ने बताया कि सत्ता में आने के बाद उनकी सरकार ने पहाड़, नदी, वन संपदा और अन्य प्राकृतिक संसाधनों को लेकर सबसे पहले स्पष्ट नीति बनाने का काम किया। इसके बाद नई औद्योगिक पूंजी निवेश नीति बनायी गयी ताकि विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आ सके। इसके बाद आईटी, ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल, फूड प्रोसेसिंग समेत अन्य क्षेत्रों के लिए नीतियां बनायी गयी। देश-विदेश में जाकर निवेशकों को नीतियां बताने का काम शुरु किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट को लेकर एक वर्ष पहले से ही काम शुरु कर दिया गया था। इस दौरान कई देशों की यात्रा की गयी। इस यात्रा का औचित्य घूम-घूम कर निवेशकों को सिर्फ आमंत्रित करने ही उद्देश्य नहीं था बल्कि कुछ सीखना भी मकसद था। उन्होंने बताया कि सिंगापुर की यात्रा के दौरान उन्होंने देखा कि वहां के पिछले शासक ने 20-25वर्षां में सिंगापुर को भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाया और अब उनके पुत्र वहां के प्रधानमंत्री है। सिंगापुर की सरकार स्वच्छता के मामले में भी दुनिया के लिए उदाहरण है। श्री दास ने कहा कि सिंगापुर से अधिक प्राकृतिक सुन्दरता झारखंड में है। इसे विकसित किया जा सकता है ताकि देश-विदेश के पर्यटकों को यहां आकर्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि झारखंड में निवेश के लिए अनुकूल माहौल है पूंजी निवेश करने वालों को राज्य सरकार हर संभव सहायता और सुरक्षा उपलब्ध करायेगी । मुख्यमंत्री ने कहा कि 16 फरवरी को समिट के उदघाटन समारोह में केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहेंगे जबकि प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फेसिंग के माध्यम से संदेश देंगे। वहीं 17 फरवरी को समापन समारोह में राज्यपाल द्रौपदी और केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण समेत अन्य अतिथि मौजूद रहेंगे।

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