दुमका : बिरसा आवास योजना मंे बड़ी धांधली, डीसी से उच्चस्तरीय जाँच की मांग - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 30 अप्रैल 2017

दुमका : बिरसा आवास योजना मंे बड़ी धांधली, डीसी से उच्चस्तरीय जाँच की मांग

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अमरेन्द्र सुमन (दुमका), ग्राम पंचायत व गांव चिगलपहाड़ी (प्रखण्ड जामा) दुमका में मेसो परियोजना, दुमका से वर्ष 2008-09 में बिरसा आवाज योजनान्तर्गत राजेन्द्र पुजहर, जितेंद्र पुजहर, सीता पुजहरनी, भारती पुजहरनी, साधनी पुजहरनी, सावित्री पुजहरनी, येशिया पुजहरनी, चिन्तामणी पुजहरनी, सोनामुनी पुजहरनी, महासरी पुजहरनी व रंजन पुजहर के नाम पर आवास आवंटित हुआ था, किंतु उपरोक्त लाभुकों को आज तक लाभ से वंचित रखा गया। सामाजिक कार्यकर्ता देवी सिंह पहाड़िया व मनोहर गृहि ने संयुक्त रूप से आरोप लगाते हुए कहा कि मेसो कार्यालय में पिछले 10-15 वर्षों से कुंडली मार कर जमें कनीय अभियन्ता लाल चन्द दास व आदिम जनजाति पहाड़िया समुदाय के नाम पर राजनीति करने वाले नेता मनोज सिंह पहाड़िया ने आपसी मिलीभगत से जहां एक ओर लाखों रूपये की हेराफेरी कर रखी है वहीं अब तक सिर्फ दो लाभुकों के घरों की छप्पर-छावनी की गई है। सामाजिक कार्यकर्ता देवी सिंह पहाड़िया व मनोहर गृहि ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति (लाभुक) को इस योजना के अंतर्गत 1, 20, 000 के हिसाब से आवास निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई थी। देवी सिंह पहाड़िया व मनोहर गृहि (सामाजिक कार्यकर्ता) की मांग है कि डीसी, दुमका एक उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन कर इस पूरे मामले की छानबीन करें, जिससे दूध का दूध और पानी का पानी स्पष्ट हो जाएगा। विदित हो उपरोक्त योजना के अंतर्गत तीन-तीन मर्तबा अग्रिम राशि की निकासी की जा चुकी है। इनकी मांग है कि कनीय अभियन्ता लाल चन्द दास के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। उपरोक्त ने यह भी कहा है कि जहाँ एक ओर सरकार ने आदिम जनजाति पहाड़िया समाज के उत्तरोत्तर विकास के लिये पहाड़िया बटालियन व सीधी नियुक्ति का कार्यक्रम चला रही है वहीं समाज के इस वर्ग को विभागीय योजनाओं का समुचित लाभ उन्हें प्राप्त नहीं हो पा रहा है। इन योजनाओं का अधिकाधिक लाभ जूनियर इंजीनियर इसी समुदाय के नेताओं को आपस में मिलाकर उनके अधिकारों का हनन कर रहे हैं। 

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