विशेष : दिल्ली में केजरीवाल के बुरे दिन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 13 अप्रैल 2017

विशेष : दिल्ली में केजरीवाल के बुरे दिन

आठ राज्यों की दस विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भी मोदी का जादू सिर चढ़कर बोल रहा है। 10 में 5 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है। खास यह है दिल्ली की राजौरी गार्डन विधानसभा सीट पर बीजेपी ने ही बाजी मारी है। जबकि आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार की जमानत जब्त हो गई है। ऐसे में बड़ा सवाल तो यही है क्या केजरीवाल के बुरे दिन आ गए है? क्या एमसीडी चुनाव में केजरीवाल के झूठ का सफाया होगा 



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बेशक, भाजपा ने हिमाचल की भोरंज, असम की धेमाजी, मध्य प्रदेश की बांधवगढ़, राजस्थान की धौलपुर और दिल्ली की राजौरी गार्डन सीट पर जीत दर्ज की है। जबकि कांग्रेस ने कर्नाटक की दोनों सीटें फिर से जीत ली है। पश्चिम बंगाल में टीएमसी ने दोबारा से जीत दर्ज की है। बता दें, मध्य प्रदेश, असम, राजस्थान, कर्नाटक, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड में 9 अप्रैल को उप-चुनाव कराए गए थे। खास यह है कि दिल्ली की राजौरी गार्डन विधानसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार मनजिंदर सिंह सिरसा ने 14,652 वोटों से जीत दर्ज की है। इस सीट पर कांग्रेस दूसरे और आम आदमी पार्टी तीसरे नंबर पर रही। दिल्ली की इस सीट के नतीजे पर पूरे देश की नजर थी, क्योंकि आने वाली 23 अप्रैल को दिल्ली में एमसीडी चुनाव है, इस सीट पर जीत से बीजेपी का मनोबल एमसीडी में भी बढ़ेगा। इस सीट पर बीजेपी को 52 फीसदी, कांग्रेस को 33 फीसदी और आप को 13 फीसदी ही वोट मिले हैं। 

हिमाचल प्रदेश में भाजपा उम्मीदवार डॉ. अनिल धीमान ने 8,290 मतों से भोरंज (एससी) विधानसभा सीट जीती। उन्होंने कांग्रेस की प्रमिला देवी को 8,290 मतों से हराया। यह सीट पूर्व मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता ईश्वर दास धीमान के निधन के चलते रिक्त हो गई थी। वह इस सीट से लगातार छह बार जीते थे। अब इस सीट से उनके बेटे डॉ. अनिल धीमान जीते हैं। इसके साथ ही 68 सदस्यीय सदन में भाजपा विधायकों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है। असम में भाजपा उम्मीदवार रानोज पेगु ने धेमाजी विधानसभा उपचुनाव जीत लिया। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार बाबुल सोनोवाल को 9,285 मतों के अंतर से हराया। भाजपा उम्मीदवार को 75,217 मत मिले जबकि कांग्रेस उम्मीदवार को 65,932 मत मिले। यहां से भाजपा विधायक प्रधान बरूआ के लखीमपुर लोकसभा सीट जीत लेने से यह सीट रिक्त रह गई थी। मध्य प्रदेश में उमरिया जिले की बांधवगढ़ सीट पर भाजपा उम्मीदवार शिवनारायण सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की सावित्री सिंह को 25,476 मतों के बड़े अंतर से हरा दिया। इस सीट से विधायक रहे ज्ञान सिंह के लोकसभा के लिए चुने जाने से खाली हुई थी। 

राजस्थान के धौलपुर से भाजपा प्रत्याशी शोभारानी ने कांग्रेस प्रत्याशी बनवारी लाल शर्मा को हराकर जीत दर्ज कर ली है। अभी तक यह सीट बसपा के पास थी जिसका विधायक जेल चला गया। इस वजह से यह सीट खाली हुई थी। कर्नाटक के चामराजनगर जिले की नंजनगुंड सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार कालाले एन. केशवमूर्ति ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और पूर्व कांग्रेसी व भाजपा प्रत्याशी श्रीनिवास प्रसाद को 21334 वोटों से हराकर चुनाव जीत लिया है। नंजनगुंड में पूर्व मंत्री वी. श्रीनिवास प्रसाद के इस्तीफा देने के कारण उपचुनाव कराया गया। पिछले साल मंत्रिमंडल पुनर्गठन के दौरान हटाए जाने से नाराज होकर श्रीनिवास प्रसाद ने कांग्रेस छोड़ दी थी। कर्नाटक के गुंदलुपेट विधानसभा सीट से कांग्रेस की गीता महादेव प्रसाद ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के सीएस निरंजन कुमार को 10,877 वोटों से हराया। गुंदलुपेट में तत्कालीन विधायक एच.एस. महादेव प्रसाद के निधन के कारण उपचुनाव हुआ है। कांग्रेस ने महादेव प्रसाद की पत्नी गीता महादेव प्रसाद को उम्मीदवार बनाया था। 


पश्चिम बंगाल की कांथी दक्षिण सीट पर तृणमूल कांग्रेस की चंद्रिमा भट्टाचार्य ने जीत दर्ज की है। इस सीट पर चंद्रिमा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 42 हजार वोटों से हराया। कांथी दक्षिण सीट पर टीएमसी से चंद्रिमा भट्टाचार्य, लेफ्ट फ्रंट से उत्तम प्रधान और भाजपा से सौरिन्द्र मोहन जान उम्मीदवार थे। यह सीट पहले भी टीएमसी के पास थी लेकिन विधायक दिब्येंदु अधिकारी तमलुक से सांसद बन गए जिससे यह सीट खाली हुई थी। असम की धीमाजी सीट पर बीजेपी के रानोज पेगु ने जीत दर्ज की है। बीजेपी विधायक प्रधान बरूआ के सांसद बनने से ये सीट खाली हुई थी। कर्नाटक की नंजनगुड सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार ने जीत हासिल की है। ये सीट कांग्रेस के पास ही थी। नंजनगुड के विधायक वी. श्रीनिवास प्रसाद ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए थे। कर्नाटक की गुंदलुपेट सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार ने जीत हासिल की है। ये सीट कांग्रेस के पास ही थी। कांग्रेस विधायक महादेव प्रसाद के निधन से यह सीट खाली हुई है। 



(सुरेश गांधी)

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