मधुबनी : आजादी के 69 साल बाद भी सड़क नहीं - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 24 अप्रैल 2017

मधुबनी : आजादी के 69 साल बाद भी सड़क नहीं

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मधुबनी/अंधराठाढ़ी (मोo आलम )। जमैला गॉव से अंधराठाढ़ी मुख्यालय जाने वाली सड़क अब पैदल चलने लायक भी नहीं रही। यह सड़क प्रखंड की कुछ महत्वपुर्ण सड़कों में से एक है। प्रखंड के पुर्वी हिस्से की एक बड़ी आबादी इस सड़क से जुड़ी है। इन गांवों के हाट-बाजार, डाकघर, अस्पताल, स्कुल, कॉलेज, बस पड़ाव, रेलवे स्टेशन, प्रखंड की सभी कामकाज इसी सड़क के माध्यम से होती है। बताते चले कि सड़की की लंबाई करीब सात किलोमीटर है। अंधराठाढ़ी प्रखंड में स्थित रामफल चौधरी स्मृति द्धार से गाय ओलार तक की तीन किलोमीटर में र्वा पुर्व खरंजाकरण किया गया था। शे चार किलोमीटर का भाग कच्ची सड़क आजतक है। खरंजा की इंटें उखड़ कर तीतर-बीतर हो गई है। पैदल चलने वाला मुसाफिर को हमेशा चौकन्ना रहना पड़ता हैं। कई बार तो लोग घायल भी हो चुके हैं। बरसात के समय में कच्ची सड़क पर ये समस्या कई गुणा बढ़ जाती है। गंभीर रोगीयों का चिकित्सा सुविधाऐं और आपदा के समय राहत पहुचाना बहुत कठीन हो जाता है। गौरतलब है कि सड़क मरम्मत के रास्ते में एक बड़ी बाधा थी सुगरवे नदी पर आर सी सी पुल का नहीं रहना। पुर्व मंत्री नीतिश मिश्रा ने अपने समय में इस पुल को बनवा दिया किन्तु यह सड़क फिलहाल बदहाल और अनदेखी बनकर रह गई। स्थानीय मुखिया राजेश मिश्रा बताते हैं कि इस सड़क के कालीकरण की मांग दशकों पुरानी है। बड़े नेताओं के आश्वासनों के बाद भी यह अबतक उपेक्षित है। पंचायत समिति सदस्य देवचन्द्र कामत  कहते है कि आजादी के 69 साल बाद भी स्थिति जस की तस है।

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