भुवनेश्वर.16 अप्रैल, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ओडिशा में 17 साल से सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के सत्ता विरोधी प्रभाव के सहारे 2019 के विधानसभा चुनावों में इस राज्य में सत्ता में आने का लक्ष्य निर्धारित किया है लेकिन उसके समक्ष नेतृत्व के चयन को लेकर समस्या आ रही है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की ओर से अस्पष्ट संकेत है कि पेट्रोलियम मंत्री और पार्टी के तेज तर्रार नेता धमेन्द्र प्रधान उनकी नजर में सबसे आगे है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और कुछ नेता श्री प्रधान को सक्षम मंत्री मानते है लेकिन पार्टी के कुछ अन्य नेता इसे खुशी खुशी स्वीकार नहीं कर पा रहे है। लम्बे समय से भगवा पार्टी में निचले स्तर पर काम कर रहे और इस राज्य के भाजपा के एकमात्र सांसद एवं आदिवासी कल्याण मंत्री जुएल उरांव को भी नेतृत्व को लेकर आपत्ति है और उनका मानना है कि राज्य में मुख्यमंत्री पद के पांच से सात दावेदार हो सकते है।
रविवार, 16 अप्रैल 2017
ओडिशा में भाजपा नेतृत्व को लेकर कशमकश
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