परमाणु उर्जा के प्रति जागरूकता के लिए बार्क ले रहा नाटकों का सहारा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 4 मई 2017

परमाणु उर्जा के प्रति जागरूकता के लिए बार्क ले रहा नाटकों का सहारा

barc-taking-support-for-nuclear-energy-awareness-through-drama
नयी दिल्ली 4 मई, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बार्क) लोगों में परमाणु उर्जा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए अब नाटकों का सहारा ले रहा है और इस क्रम में इसने दो नाटक तैयार किए हैं । बार्क द्वारा तैयार किया गया नाटक ‘कम में है दम’ देश को परमाणु उर्जा की आवश्यकता के बारे में बताने के साथ ही लोगों में परमाणु उर्जा संयंत्रों के प्रति व्याप्त आशंकाओं को भी दूर करने का काम कर रहा है । ‘कम में है दम’ नाटक के निर्देशक एवं मुख्य अभिनेता यतिन ठाकुर ने कहा कि नाटक अपनी बात लोगों तक पहुंचाने की एक महत्वपूर्ण विधा है और परमाणु उर्जा विभाग के तहत बार्क ने भी इस मंचन कला का सहारा लिया है । उन्होंने बताया कि नाटक देश को परमाणु उर्जा की आवश्यकता के बारे में बताता है और साथ ही लोगों के मन में इसके प्रति व्याप्त आशंकाओं को भी दूर करता है । यतिन ने कहा कि नाटक में वह खुद तथा एएम लिखिते प्रमुख भूमिकाओं में हैं । नाटक के लेखक डॉ. केपी मुथे हैं । इसकी अवधारणा आरके सिंह ने तैयार की है तथा विजुअल्स और तकनीकी सहायता में आरपी बडाडे की महत्वपूर्ण भूमिका है । उन्होंने बताया कि बार्क द्वारा तैयार किया गया दूसरा नाटक ‘इलेक्ट्रिसिटी की दुनिया का सीईओ’ है । दोनों ही नाटकों के किरदार, लेखक निर्देशक तथा अन्य लोग बार्क के ही अधिकारी एवं कर्मचारी हैं ।

कोई टिप्पणी नहीं: