बिहार : कामरेड बद्री नारायण लाल नहीं रहे। - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 21 मई 2017

बिहार : कामरेड बद्री नारायण लाल नहीं रहे।

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पटना, 21 मई। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की बिहार राज्य परिषद के पूर्व सचिव कामरेड बद्री नारायण लाल का आज 3 बजे अपराह्न वेल्लोर अस्पताल में निधन हो गया। वे काफी दिनों से गंभीर रूप से बीमार चल रहे थे, पहले उन्हें पेसमेकर लगाया गया था जिसके बाद वह प्रायः सामान्य जीवन जी रहे थे, परंतु पिछले महीने लगातार बुखार रहने और अनेक प्रकार की व्याधियों से ग्रसित होने के उपरांत उन्हें पुनः वेल्लोर अस्पताल में भत्र्ती कराया गया जहाँ मर्ज ने अंततः उनके प्राण ले लिए ।  कामरेड बद्री नारायण लाल ने अपना राजनीतिक जीवन युवावस्था में ही हाई स्कूल षिक्षक की नौकरी छोड़कर शुरू किया और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पूरावक्ती कार्यकत्र्ता के रूप में बिहार के हजारीबाग जिले में ट्रेड यूनियन का दायित्व संभाला और पार्टी के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा वर्षों तक भाकपा के जिला मंत्री का कार्यभार भी संभाला। वह पार्टी की अविभाजित बिहार राज्य परिषद, राज्य कार्यकारिणी, राज्य सचिवमंडल, राष्ट्रीय परिषद और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य के रूप में उल्लेखनीय भूमिका अनवरत निभाते रहे और बिहार विधान परिषद में दो टर्म तक भाकपा का प्रतिनिधित्व किया। फिर वह 18 सितम्बर, 2004 में पार्टी की बिहार राज्य परिषद के सचिव निर्वाचित हुए और 7 जून, 2012 तक इस हैसियत से पार्टी का नेतृत्व किया। उन्हीं के कार्यकाल में भाकपा का 21 वाँ राष्ट्रीय महाधिवेषन, 2012 मार्च में पटना में संपन्न हुआ जिसमें पार्टी के नये कार्यक्रम का मसविदा पेष हुआ जो 2015 के पुडुचेरी महाधिवेषन में स्वीकृत हुआ और आज पार्टी के क्रियाकलापों व नीतियों की मार्गदर्षिका है। संप्रति वह पार्टी की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य थे। 

अविभाजित बिहार के शेखपुरा जिले के एक प्रतिष्ठित वैष्य परिवार में जन्मे कामरेड बद्री नारायण लाल ने बिहार के विभाजन के उपरांत बिहार को ही अपना कार्यक्षेत्र बनाया जबकि उनका परिवार झारंखड के रामगढ़ में, जहां उनके प्रारंभिक राजनीतिक जीवन ने आकार ग्रहण किया, ही बस गया। 79 वर्ष की आयु में दिवंगत हुए कामरेड लाल अपने पीछे अपनी पत्नी, दो पुत्र और दो पुत्री छोड़ गये है। उनके असामायिक निधन पर भाकपा की बिहार राज्य परिषद के सचिवमंडल ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों के साथ-साथ बिहार-झारखंड के मर्माहत पार्टी सदस्यों को गहरी संवेदना प्रेषित की है और उनके निधन को पार्टी, मजदूर वर्ग, मेहनकष अवाम और समस्त दमित, उत्पीड़ित मानवता के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।    

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