पटना नगर निगम के कर्मचारियों की मौत के खिलाफ माले-ऐक्टू का प्रदर्शन. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 6 मई 2017

पटना नगर निगम के कर्मचारियों की मौत के खिलाफ माले-ऐक्टू का प्रदर्शन.

  • नगर निगम आयुक्त को सौंपा 6 सूत्री ज्ञापन, कर्मचारियों की सुरक्षा की गारंटी करे प्रशासन.


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पटना 6 मई, पिछले दिनों आयकर गोलबंर पर पटना नगर निगम के दो कर्मचारियों जीतेन्द्र पासवान व दीपक चैधरी की मौत के खिलाफ आज भाकपा-माले की पटना जिला कमिटी व ऐक्टू ने संयुक्त रूप से नगर निगम कार्यालय पर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया. प्रदर्शन का नेतृत्व पटना जिला कमिटी भाकपा-माले के सचिव अभ्युदय, राज्य कमिटी सदस्य नवीन कुमार, ऐक्टू नेता रणविजय कुमार, जिला कमिटी सदस्य पन्नालाल, अनुराधा सिंह, विभा गुप्ता, सुधीर कुमार, आइसा नेता बाबूसाहब आदि ने किया. इंटर काउंसिल के पास से यह जुलूस आरंभ हुआ और बुद्ध मार्ग होते हुए नगर निगम कार्यालय पहुंचा. नगर निगम कार्यालय पर प्रदर्शनकारियों ने घंटे भर नारेबाजी की और सभा आयोजित की गयी. सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि कर्मचारियों की सुरक्षा के प्रति नगर निगम बिलकुल संवेदनहीन बना हुआ है. काम के दौरान कर्मचारियों की लगातार मौतें हो रही हैं, लेकिन न तो सरकार और न ही नगर निगम प्रशासन इस पर कोई कदम उठा रहा है. यह पूरी तरह से अमानवीय और कर्मचारी विरोधी आचरण है.

प्रदर्शन के बाद माले व ऐक्टू के प्रतिनिधिमंडल ने 6 सूत्री ज्ञापन नगर निगम आयुक्त को सौंेपा. ज्ञापन के जरिए मांग की गयी है कि मृतकों के परिजनों को 10 लाख राशि मुआवजा के बतौर अविलंब प्रदान किया जाए और सरकारी नौकरी भी दी जाए. इसके लिए नगर निगम के सक्षम अधिकारी को नियुक्त किया जाए. दूसरी मांग में बिहार में असंगठित कामगार सामाजिक सुरक्षा अधिनियम-11 के तहत मिलने वाली राशि भी सरकार से मांगी गयी है. प्रतिनिधिमंडल ने सभी दैनिक सफाई मजदूरों, मौसमी सफाई मजदूरों के लिए आवश्यक सुरक्षा का प्रबंध करने, पटना नगर निगम के मजदूरों को ईपीएफ से जोड़ने तथा इएसआई का लाभ देने, सभी सफाई मजदूरों को सप्ताह में कम से कम एक बार मेडिकल जांच करवाने व सफाई मजदूरों के लिए मास्क, बूट आदि का प्रबंध करने, अन्य सुरक्षात्मक व जरूरी उपकरण उपलब्ध कराने तथा आयकर गोलबंर की घटना के लिए उच्चस्तरीय पदाधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने की मांग की गयी है. जिला सचिव अभ्युदय ने कहा कि नगर निगम आयुक्त से वार्ता सकारात्मक रही, लेकिन यदि हमारी मांगों पर तत्काल कार्रवाई नहीं की गयी तो हम और बड़े आंदोलन में जायेंगे.

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