रांची 17 मई, बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने झारखंड में गैर आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाये जाने को लेकर तंज कसते हुए आज कहा कि यदि ऐसा ही करना था तो अलग राज्य झारखंड का गठन क्यों किया गया। श्री कुमार ने यहां मोरहाबादी मैदान में आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से राज्य सरकार के खिलाफ आयोजित रैली को संबोधित करते हुए कहा, “मुझे आश्चर्य हुआ जब यहां पहली बार गैर आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया गया। हालांकि कानून में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, लेकिन जब गैर आदिवासी को ही मुख्यमंत्री बनाया जाना था तो अलग राज्य झारखंड का गठन क्यों हुआ, तब तो यह बिहार में ही ठीक था।” हालांकि उन्होंने कहा कि उनके मन में यहां के मुख्यमंत्री के लिए कोई द्वेष नहीं है और न ही कोई दुराग्रह। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने झारखंड गठन का समर्थन किया लेकिन अब उन्हें लगता है कि झारखंड की पहचान के साथ छेड़छाड़ की गयी है। उन्होंने छोटानागपुर काश्तकारी (सीएनटी) एवं संताल परगना काश्तकारी (एसपीटी) अधिनियम में छेड़छाड़ के किसी भी प्रयास की निंदा करते हुए कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा क्योंकि यह आदिवासियों की अस्मिता से जुड़ा मामला है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी लोगों के सम्मिलत प्रयास से इसे हासिल किया गया था ।
बुधवार, 17 मई 2017

गैर आदिवासी को ही मुख्यमंत्री बनाना था तो झारखंड का गठन क्यों : नीतीश
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