नयी दिल्ली, 13 मई, भारत ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे को उसकी संप्रभुता एवं प्रादेशिक अखंडता के विरूद्ध बताते हुए उसके बीजिंग में कल आयोजित ‘वन बेल्ट वन रोड’ सम्मेलन के बहिष्कार का निर्णय लिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने आज रात यहां बताया कि भारत को चीन की तरफ से ‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ सम्मेलन के छह फोरम में भाग लेने के लिए निमंत्रण प्राप्त हुए हैं। उन्होंने साफ किया कि भारत आर्थिक विकास के लिए आर्थिक गलियारों एवं व्यापारिक मार्गों के विकास का समर्थक है। भारत की ऐक्ट ईस्ट नीति के तहत भारत-म्यांमार-थाइलैंड त्रिपक्षीय राजमार्ग का निर्माण किया जा रहा है। इसी प्रकार पश्चिम से परिवहन संपर्क के वास्ते ईरान के चाबहार बंदरगाह और अंतरराष्ट्रीय उत्त- दक्षिण परिवहन गलियारे के विकास के अलावा उसने अपने पड़ोसी देशों के साथ बीबीआईएन (भूटान-बंगलादेश-भारत-नेपाल) नेटवर्क के विकास की भी पहल की है। उन्होंने कहा कि तथाकथित चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे को लेकर भारत का रूख सर्वविदित है। कोई भी देश ऐसी किसी परियोजना को स्वीकार नहीं कर सकता है जो उसकी संप्रभुता एवं प्रादेशिक अखंडता संबंधी मुख्य चिंताओं की अनदेखी करता है।
रविवार, 14 मई 2017
भारत ने लिया ‘वन बेल्ट वन रोड’ सम्मेलन के बहिष्कार का निर्णय
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