नयी दिल्ली 27 मई, केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सार्वजनिक क्षेत्र की एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया के वित्तीय संकट को स्वीकार करते हुए कहा कि भारत में निजी क्षेत्र पूरे नागर विमानन यातायात को नियंत्रित कर सकता है। मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने के अवसर पर दूरदर्शन के एक कार्यक्रम में श्री जेटली ने कहा कि निजी क्षेत्र की इकाई अगर 86 अथवा 87 फीसदी एविएशन मार्केट का संचालन कर सकती है तो वे 100 फीसद मार्केट का भी संचालन आसानी से कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि एयर इंडिया के पास इस समय महज 14 फीसद मार्केट है। एयर इंडिया के विमानों का वैल्यूएशन करीब 20000-25000 करोड़ रुपये होगा और उस पर करीब 50 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है। गौरतलब है कि नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने हाल में कहा था कि एयर इंडिया का वित्तीय लेखा-जोखा काफी खराब स्थिति में है और यदि एयरलाइन इसी तरीके से चलती रही तो कोई फायदा नहीं होने वाला। इसके साथ ही श्री राजू ने कहा कि सरकार चाहती है कि एयर इंडिया लगातार चलती रहे। उन्होंने कहा था कि एयरलाइन विरासत में मिली समस्याओं से जूझ रही है।
शनिवार, 27 मई 2017

जेटली ने एयर इंडिया के वित्तीय संकट को स्वीकार किया
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