- खेग्रामस की एक दिवसीय बैठक संपन्न. भूमि अधिकार आंदोलन को तेज करने का किया गया आह्वान
पटना 12 मई, अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा ने गांव-पंचायतों में भूमि अधिकार आंदोलन तेज करने के लिए राज्यव्यापी सदस्यता अभियान चलाने का निर्णय किया है. इस सदस्यता अभियान के तहत एक महीना के अंदर 20 लाख सदस्य भर्ती का लक्ष्य रखा गया है. बैठक में खेग्रामस ने दलित-गरीबों के जमीन, मजदूरी, राशन, पेंशन आदि सवालों के प्रति नीतीश सरकार की बेरुखी की तीखी आलोचना की बैठक को संबोधित करते हुए खेग्रामस राष्ट्रीय महासचिव काॅ. धीरेन्द्र झा ने कहा कि भाजपा-आरएसएस द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में उन्माद फैलाया जा रहा है, इसके खिलाफ वर्गीय एकजुटता को मजबूत करने की आवश्यकता है. सरकार बड़ी-बड़ी बातें करती हैं, लेकिन मनरेगा मजदूरों से लेकर मजदूरों के अन्य हिस्सों को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं मिल रही है. उन्होंने मनरेगा मजदूरों के लिए मजदूरी 350 रुपये करने और बिना वैकल्पिक व्यवस्था के गरीबों को उजाड़ने पर रोक लगाने आदि की मांग की गयी है. उन्होंने कहा कि भाकपा-माले और खेग्रामस ने एक साथ मिलकर पूरे राज्य में चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के अवसर पर भूमि अधिकार अभियान चला रही है. पूरे राज्य से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक दो चरणों में आयोजित भूमि अधिकार सत्याग्रह में 2 लाख से ज्यादा गरीबों ने भाग लिया है और 1 लाख से ज्यादा भूमिहीनों ने भूमि से सम्बंधित आवेदन अनुमंडल और अंचल कार्यालयों में जमा किया है.
खेग्रामस की राज्यकार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए माले पोलित ब्यूरो सदस्य सह अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा के राष्ट्रीय महासचिव धीरेन्द्र झा ने कहा कि चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष को भूमि अधिकार आंदोलन के वर्ष के बतौर विकसित किया जारहा है।भूमि अधिकार आंदोलन में तेजी आयी है,हजारों परिवारों को बसाया गया गया है और सैकड़ों परिवारों को उजाड़ने के खिलाफ जगह जगह प्रतिरोध खड़ा किया गया है।संगठन ने राज्य सरकार को ज्ञापन सौंप कर अल्टीमेटम दिया है कि अगर सरकार गरीबों को नही बसाती है तो लाखों भूमिहीनों को बसाने की लड़ाई तेज किया जायेगा। बैठक की अध्यक्षता खेग्रामस के राज्य अध्यक्ष बीरेंद्र गुप्ता, राज्य सचिव गोपाल रविदास, शत्रुघ्न सहनी, लक्ष्मी पासवान और पंकज सिंह की टीम ने की.
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