नयी दिल्ली 22 मई, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बच्चों का अपहरणकर्ता होने के संदेह में झारखंड में भीड़ द्वारा सात व्यक्तियों की कथित तौर पर पीट पीटकर हत्या करने की घटना के बारे में मीडिया रिपोर्ट का स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक को आज नोटिस जारी कर उनसे चार हफ्ते के भीतर विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। आयोग ने यहां एक वक्तव्य में कहा कि एक सभ्य समाज में ऐसे घृणित अपराध करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है, जिसमें गुस्सायी भीड़ असामाजिक तत्व होने का केवल संदेह होने पर लोगों की जान ले लेती है। उसने कहा कि यह बेगुनाह लोगों के जीवन के अधिकार का उल्लंघन करने के समान है। राज्य की कानून लागू करने वाली एजेंसियां अपने दायित्व को निभाने में नाकाम हुई हैं। आयोग ने अपने नोटिस में पुलिस महानिदेशक से यह बताने को भी कहा है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए क्या एहतियाती उपाय किये जाएंगे। उसने कहा कि सात व्यक्तियों में से चार लोग सरायकेला खरसवां जिले और तीन लोग पूर्व सिंहभूम जिले के नागाडीह इलाके में मारे गये।
मंगलवार, 23 मई 2017

मानवाधिकार आयोग ने झारखंड पुलिस महानिदेशक से मांगी रिपोर्ट
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