बिहार : पटना का वार्ड नम्बर-32 का चुनाव - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 2 मई 2017

बिहार : पटना का वार्ड नम्बर-32 का चुनाव

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पटना। वार्ड नम्बर-32 है नगर परिषद दानापुर निजामत क्षेत्र में। इस बार अनुसूचित जाति के प्रत्याशियों के लिए आरक्षित है वार्ड। हां, कुल 2803 वोटर हैं। महादलित वोटरों में सर्वाधिक 275 मुसहर समुदाय के वोटर हैं। इसके बाद पासवान 180 और 100 रविदास की संख्या है। कुल 8 भावी प्रत्याशी हैं। इसमें सर्वाधिक 4 पासवान, 3 रविदास और 1 मुसहर हैं। सामान्य जाति में यादवों की संख्या अधिक है। यह ही निर्णायक भूमिका में रहेंगे। यहां पर विकास का मुद्दा नहीं है जातीयता पर बल दिया जा रहा है। हरेक लोग जातीय प्रत्याशी को विजयी बनाने की बात कर रहे हैं। इस वार्ड के मुसहर समुदाय ने साक्षर जितेन्द्र मांझी को भावी प्रत्याशी बनाया है। रामजीचक गांधी रोड से सटे मुसहरी में रहते हैं भावी प्रत्याशी। इनके 4 संतानों में 3 लड़के और 1 लड़की हैं। 2008 के पूर्व में ही जन्म लिये हैं बच्चे। बच्चों के पिता पेशे से दर्जी हैं भावी प्रत्याशी। भावी जितेन्द्र मांझी ने कहा कि विजयी पार्षदों ने मुसहर समुदाय के साथ पक्षपातपूर्ण नीति अख्त्यिार किये हैं। इसका नतीजा है कि नाच बगीचा और रामजीचक मुसहरी में पक्का मकान नहीं बना। सभी लोगों के पास जमीन है और जमीन का मालिकाना हक भी है। बावजूद इसके मकान नहीं बना। फलतः सुअर के बखौरनुमा झोपड़ी में मुसहर समुदाय के लोग रहने को बाध्य हैं। भावी प्रत्याशी का वादा है कि वार्ड के सभी लोगों के साथ पक्षपात नहीं होगाः हम पक्षपात करने नहीं जा रहे हैं। हम वार्ड के सभी लोगों का ख्याल करेंगेे और समतुल्य कार्य करेंगे। हरेक समुदाय के भलाई करने वाले कार्य को प्रमुखता देंगे। सबका कल्याण और विकास में ही हरेक जाति का हित निहित है। साक्षर है तो क्या? अपने विवेक से ही कार्य करेंगे। किसी की गोद में बैठकर कार्य करने का सवाल ही नहीं उठता है। 


इस वार्ड का है दुर्भाग्यः दीघा नहर से पश्चिम और एक कम्पनी से पूरब में है वार्ड नम्बर-32। इसे रामजीचक कहा जाता है। रामजीचक नहर दीघा थाना क्षेत्र में है। पटना सदर प्रखंड है। चुनावी प्रक्रिया में दानापुर लोक सभा, दानापुर विधान सभा और नगर परिषद दानापुर निजामत क्षेत्र के अधीन है। राजस्व प्राप्ति पटना सदर में होता है और जन प्रतिनिधि नेतृत्व करते हैं दानापुर क्षेत्र का। इसके कारण ही विकास के डगर से रामजीचक डिरेल हो गया है। इस वार्ड में हाई स्कूल नहीं है लड़कियों के लिएः लोकल स्तर पर लड़कियों के लिए सरकारी विघालय है। लड़कियों की परेशानी बढ़ जाती है आठवीं कक्षा उत्र्तीण करने पर। अभिभावक पसोपेश में पड़ जाते हैं कि अपनी लाडली को आगे की पढ़ाई जारी रखे अथवा परिणय सूत्र में बांध दें। कुछ परिजन लड़का और लड़की को लिंग के आधार पर अहमियत नहीं देते हैं। दोनों को बराबर दृष्टि करके सहुलियत के अनुसार दानापुर अथवा दीघा में नामांकन करा देते हैं। जहां आसानी से मैट्रिक उत्र्तीण हो सके। यह जरूर होता है कि घर से स्कूल की दूरी अधिक होने के कारण से लड़कियां बीच से ही पढ़ाई छोड़ने को विवश हो जाती हैं। जानकार लोगों का कहना है कि इस वार्ड में स्कूल बनाने लायक पर्याप्त जमीन है। मगर पूर्व के जन प्रतिनिधियों की अकर्मण्यता पूर्ण अक्षमता और नकारापन के कारण ही स्थिति उत्पन्न हो गयी है। 

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