रांची 23 मई, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज कहा कि स्थानीय नीति के परिभाषित होने के बाद राज्य के नवयुवकों ने अपनी क्षमता एवं प्रतिभा से उन लोगों को चुप करने का काम किया है, जो किसी भी नियुक्ति प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न करते हैं। श्री दास ने यहां झारखण्ड मंत्रालय स्थित सभागार में 383 नवनियुक्त कक्षपालों को नियुक्ति पत्र प्रदान करते हुए कहा कि विगत चौदह वर्षों में स्थानीय नीति के परिभाषित नहीं होने से बहाली नहीं हो रही थी और नौजवानों में हताशा और निराशा का भाव था। सरकार इसे दूर करने का प्रयास कर रही है। सभी रिक्तियों को भरने का कार्य किया जा रहा है। इन 383 नवनियुक्त कक्षपालों में से 381 कक्षपाल झारखण्ड के हैं, इनमें से 59 कक्षपाल महिलाएं हैं। मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि इन कक्षपालों की नियुक्ति से कारा विभाग में जो मैनपावर की कमी थी वह पूरी होगी। कारा प्रशासन की दक्षता एवं कार्य संस्कृति में सकारात्मक परिवर्तन होगा। उन्होंने नवनियुक्त कक्षपालों का आह्वान करते हुए कहा कि लोभ-लालच के कारण लोग भटक कर जेल पहुंचते हैं। उग्रवादी संस्थाएं भी लोगों को भटकाने का कार्य करती है। जेल के अंदर भटके हुए लोगों को राह दिखाने का कार्य करें। समाज के प्रति दायित्व निभाने का महत्वपूर्ण अवसर मिला है, कर्मयोगी बन कर इसे पूरा करें। कर्तव्यपरायण एवं अनुशासित लोक सेवक बनें। कार्यक्रम में मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, प्रधान सचिव गृह विभाग एस0के0जी0 रहाटे, कार्मिक सचिव निधि खरे, कारा महानिरीक्षक सुमन गुप्ता, ए0डी0जी0 पी0आर0के0 नायडू, झारखण्ड कर्मचारी चयन आयोग के सचिव मेघु बड़ाईक एवं कारा विभाग के अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
बुधवार, 24 मई 2017
रघुवर ने 383 नवनियुक्त कक्षपालों को दिया नियुक्ति पत्र
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