क्षेत्रीय सहयोग के लिए आसमान छोटा : मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 6 मई 2017

क्षेत्रीय सहयोग के लिए आसमान छोटा : मोदी

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नयी दिल्ली 05 मई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि उपग्रह जीसैट-9 से दक्षिण एशियायी क्षेत्रीय सहयोग संघ( दक्षेस) के देशों के बीच साझेदारी के नये युग की शुरूआत हुई है और क्षेत्रीय सहयोग के लिए आसमान भी कोई सीमा नहीं है, श्री मोदी ने ‘दक्षिण एशिया उपग्रह’ के सफल प्रपेक्षण के बाद दक्षेस के छह देशों -अफगानिस्तान, बंगलादेश, भूटान, नेपाल, मालदीव तथा श्रीलंका के शासनाध्यक्षों के साथ यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग में कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ दक्षिण एशिया में सहयोग और कार्य के लिए मार्गदर्शक हो सकता है। उन्होंने प्रक्षेपण को सफल बनाने में सहयोग के लिए दक्षेस देशों के शासनाध्यक्षों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में भी हमें इस तरह की खुशियां मनाने के और मौके मिलेंगे। उन्होंने कहा कि भारत ने दो साल पहले दक्षिण एशिया में अपने भाई- बहनों की समृद्धि और विकास के लिए आधुनिक अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी देने का वादा किया था। इस उपग्रह के प्रक्षेपण से हमने अपनी साझेदारी के नये आयाम की शुरूआत की है। प्रधानमंत्री ने उपग्रह के प्रक्षेपण को ऐतिहासिक बताते हुए कहा,“ हमने अंतरिक्ष में अपने निकट संबंधों को आगे बढ़ाया है। ” उन्होंने प्रक्षेपण की खुशी मनाने में साथ देने के लिए अफगानिस्तान, बंगलादेश, भूटान, नेपाल, मालदीव तथा श्रीलंका के नेताओं का आभार जताते हुए कहा कि सबका एक साथ आना अपने लोगों की आवश्यकताओं को प्राथमिकता देने के सबके संकल्प को दर्शाता है। इस उपग्रह के माध्यम से दक्षेस देश दूरदराज के इलाकों में बेहतर संचार सेवाएं, प्रशासन, बैंकिंग सेवाएं तथा शिक्षा उपलब्ध कराने में सक्षम होंगे। अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी से इस क्षेत्र के लोगों का जीवन सुधारने में मदद मिलेगी। श्री मोदी ने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन( इसरो) के वैज्ञानिकों ने दक्षिण एशिया उपग्रह को क्षेत्र की जरूरतों के हिसाब से विकसित करने और सफलतापूर्वक प्रक्षेपित करने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। उन्होंने कहा,“ मुझे यकीन है कि एक साथ आकर और विकास, प्राैद्योगिकी तथा ज्ञान को आपस में बांटकर इनका उपयोग करके हम क्षेत्र में विकास और समृद्धि बढ़ा सकते हैं। ”

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