शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए बनेगा एक्शन प्लान : नीतीश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 1 जून 2017

शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए बनेगा एक्शन प्लान : नीतीश

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पटना 31 मई, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि राज्य में शिक्षा व्यवस्था की गुणवत्ता में सुधार के लिए एक्शन प्लान बनाया जाएगा, श्री कुमार ने यहां मंत्रिमंडल की बैठक के बाद इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम के बारे में पूछे गये सवालों पर कहा कि इस विषय पर आज ही शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह एवं शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आर. के. महाजन से चर्चा हुयी है। उन्होंने कहा कि जो परिणाम आया है, उसके दो पहलू हैं। एक तो इस बार परीक्षा में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होने दी गयी है, यह एक सकारात्मक संकेत है और दूसरी कि इंटर की परीक्षा में करीब दो-तिहाई बच्चे अनुत्तीर्ण हुये हैं तो वैसी स्थिति में यह गौर करना है कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार कैसे हो। उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधान के लिए एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंटर की परीक्षा में फेल हुये छात्रों के लिए शीघ्र ही कम्पार्टमेंटल परीक्षा आयोजित की जायेगी। उन्होंने कहा कि किसी छात्र-छात्रा को यह लगे कि उनकी उत्तर पुस्तिका का सही ढंग से मूल्यांकन नहीं हुआ है और यदि किसी छात्र-छात्रा को यह लगता है कि उसने बेहतर लिखा था और उस हिसाब से उन्हें अंक प्राप्त नहीं हुये हैं तो उन्हें अपनी उत्तर पुस्तिका की फिर से जांच कराने का अधिकार है। ऐसे परीक्षार्थी यदि आवेदन करते हैं तो उनकी कॉपी का पुनर्मूल्यांकन कराया जाएगा।



श्री कुमार ने कहा कि माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा की वास्तविक स्थिति की समीक्षा की जाएगी। ठीक ढ़ंग से पढ़ाई हो और इसके लिये और कहां क्या करने की आवश्यकता है, इस पर विचार किया जायेगा । इसके लिये यदि शिक्षकों की भर्ती का सवाल हो या और कोई प्रश्न हो तो इसके बारे में चर्चा की गई है तथा शिक्षा विभाग इस पूरे मामले पर गौर एवं विचार करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाग को यह भी देखना चाहिये कि किस तरह के विद्यालयों (वित्तरहित या सरकार द्वार संचालित विद्यालय) का रिजल्ट बेहतर हुआ है ताकि उन स्कूलों का मूल्यांकन किया जा सके। उन्होंने कहा कि कभी-कभी ऐसी परिस्थिति उत्पन्न होती है जो एक चुनौती की तरह होती है। इस बार इंटर परीक्षा परिणाम में एक सकारात्मक पहलू यह है कि परीक्षा में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुयी है वहीं दूसरी तरफ शिक्षा व्यवस्था में और सुधार लाने के लिये जो कुछ भी किया जाना है, विचार करके एक्शन प्लान बनायेंगे। श्री कुमार ने कहा, “कभी-कभी सामने आने वाली चुनौतियों से घबराना नहीं चाहिये बल्कि मैंने हमेशा चुनौतियों को अवसर में तब्दील किया है। एक बार परीक्षा में बहुत चोरी हुयी। एक फोटो आया और वायरल हो गया। दूसरे देशाें में भी वह काफी छपा, बिहार की बदनामी हुयी तो परीक्षा में काफी सख्ती हुयी लेकिन परीक्षा की उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन में काफी धांधली हुयी तो मुकदमा हुआ और उसके बाद की सारी कार्रवाई आप देख रहे हैं। इस बार इन दोनों में से कोई गड़बड़ी न हो इसका पूरा ख्याल रखा गया, चाहे परीक्षा हो या मूल्यांकन हो।” उन्होंने कहा कि मौजूदा परिस्थिति का अध्ययन एवं आकलन कर कार्ययोजना तैयार की जाएगी और यदि जरूरत पड़ी तो सरकार इसके लिये यदि अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध करायेगी।

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