- मुख्यमंत्री के आष्वासन को ठेंगा रहे हैं बी0एस0ई0बी0 अध्यक्ष,स्थाई षिक्षाविद की नियुक्ति करें सरकार, वार्ता में कई मांगों पर बनी सहमति, प्रेस काॅन्फ्रेस कर किया ऐलान।
पटना:- आॅल इंडिया स्टूटेन्ट्स फेडरेषन ने 5 जून को पूरे बिहार में छात्रों से सड़क पर उतर चक्का जाम को सफल बनाने का ऐलान किया है। इसकी घोषणा आज जनषक्ति प्रेस में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में की गयी। संवाददाता सम्मेलन में ए.आई.एस.एफ. के नेताओं ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री एक तरफ पुनर्मूल्यांकन का आष्वासन देते है तो बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष मुख्यमंत्री के आष्वासन को ठेंगा दिखाते हुए केवल स्क्रूटनी की बात कर रहे हैं। यह मुख्यमंत्री का मजाक नही तो और क्या है। वही टाॅपर गणेष कुमार के मसले पर अध्यक्ष पहले गणेष के पक्ष में जमकर बोलते हैं फिर उसे जेल भिजवाते हैं। षिक्षा विभाग को भी इस मामले में अंधेरे में रखा गया ऐसा षिक्षा मंत्री खुद स्वीकार करते हैं। ए.आई.एस.एफ. ने किसी षिक्षाविद को स्थायी अध्यक्ष के रुप में नियुक्त करने की मांग करते हुए परीक्षाफल गड़बड़ी मामले में आनंद किषोर पर कार्रवाई की मांग की। आगामी 5 जून को पुनर्मूल्यांकन, निषुल्क स्क्रूटनी, तीन विषय में कम्पार्टमेन्टल एवं स्थाई षिक्षाविद अध्यक्ष की मांग को लेकर छात्र समुदाय से राज्य की सड़को पर उतरने का आहवान किया। ए.आई.एस.एफ. नेताओं ने कल चेयरमैन के साथ वार्ता के बिन्दुओं की जानकारी देते हुए कहा कि 30 जून तक स्क्रूटनी की प्रक्रिया पूरी करने, स्क्रूटनी में ओएमआर सीट मे आई गड़बड़ियों को दूर करने का भरोसा चेयरमैन ने दिलाया है। अध्यक्ष आनंद किषोर ने जुलाई के प्रथम सप्ताह में उन छात्रों की परीक्षा कराने का भरोसा दिलाया है जिनका पंजीयन हो चुका है लेकिन समय पर एडमिड कार्ड नही मिलने की वजह से वे परीक्षा नही दे पाये हैं। वही काफी दिनों से लंबित 2014-16 सत्र का डीएलएड एक्जाम की तिथि 10 जून को घोषणा करने की बात कही है। पटना के अंदर गर्दनीबाग हाईस्कूल में सभी छात्रों का आवेदन स्वीकार करने एवं षीघ्र ही इंटर काउंसिल में काउंटर खोलने एवं नेट से उपलब्ध माक्र्स सीट पर डिविजन अंकित कराने की बात कही है। प्रेस कांफ्रेस में ए.आई.एस.एफ. के राज्य सचिव सुषील कुमार, राज्य उपाध्यक्ष सुषील उमाराज, राज्य सह सचिव रंजीत पंडित, राज्य कार्यकारणी सदस्य आदित्य राज, प्रिया कुमारी, गुंजन कुमारी, अजीत कुमार मौजूद थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें