शिक्षा राष्ट्र निर्माण का आधार है, शिक्षक ईश्वर का दूसरा रूप होता है : डा नीरा यादव - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 13 जून 2017

शिक्षा राष्ट्र निर्माण का आधार है, शिक्षक ईश्वर का दूसरा रूप होता है : डा नीरा यादव

जिन विद्यालयों के परीक्षाफल में लगातार गिराववट आयी है, उन विद्यालयों के शिक्षकों पर कार्रवाई करें। शहर मुख्यालय में 10 वर्ष या 10 वर्ष से अधिक समय से कार्यरत शिक्षकों का स्थानान्तरण ग्रामीण क्षेत्रों में करना सुनिश्चित किया जाय।  स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की मंत्री डा नीरा यादव ने शिक्षक पुरस्कार, मध्याह्न भोजन, पोशाक, विद्यालयों में पेयजल, शौचालय, बैंच-डेस्क, विद्युत आपूर्ति इत्यादि की जिलावार समीक्षा की। 




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दुमका ( अमरेन्द्र सुमन), यदि हम शिक्षकों को सम्मान नहीं देंगे तो बेहतर परीक्षाफल परिणाम की कल्पना नहीं कर सकते। शिक्षा राष्ट्र निर्माण का आधार होता है। शिक्षक ईश्वर का दूसरा रुप होता हैं जो बच्चों का भविष्य निर्माण करते हैं। इन्डोर स्टेडियम दुमका में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की मंत्री डा नीरा यादव ने प्रमंडल स्तरीय समीक्षा बैठक में दिन सोमवार को उपरोक्त बातें कही। मंत्री डा0 नीरा यादव ने सर्वप्रथम प्रमंडल के जिले-दुमका, देवघर, जामताड़ा, साहेबगंज, पाकुड़ व गोड्डा के जिला शिक्षा पदाधिकारियों से जिलावार मैट्रिक व इन्टरमीडिएट की वार्षिक परीक्षा 2017 के परीक्षाफल की जानकारी प्राप्त की।  सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों को उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापकों के साथ बैठक कर पिछले तीन वर्षों के माध्यमिक व इन्टरमीडिएट परीक्षा के परीक्षाफल का विद्यालयवार व विषयवार समीक्षा करने का निदेश इस अवसर पर उन्होंने दिया। डा0 यादव ने कहा कि जिन विद्यालयों के परीक्षाफल में लगातार गिराववट आयी है, उन विद्यालयों के शिक्षकों पर कार्रवाई करें। शिक्षकों की प्रोन्नति की समीक्षा के क्रम में वर्ष 2015 में ही योग्यता व अहर्तानुसार सभी ग्रेडों में शिक्षकों की प्रोन्नति के निदेश के बावजूद प्रोन्नति नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए मंत्री ने कहा कि जून माह के अंत तक सभी ग्रेडों में प्रोन्नति की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। शिक्षकांे के सेवानिवृित्त के दिन ही सारा पावना उन्हें प्राप्त हो, इसके लिए सेवानिवृत्ति के तीन माह पूर्व से ही जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक को इस संदर्भ में प्रयास प्रारम्भ करने की आवश्यकता है। शिक्षकों के स्थानान्तरण के संदर्भ में पूर्व के निदेशों का पालन जून माह के अंत तक करने का निदेश देते हुए मंत्री ने कहा कि शहर मुख्यालय में 10 वर्ष या 10 वर्ष से अधिक समय से कार्यरत शिक्षकों का स्थानान्तरण ग्रामीण क्षेत्रों में करना सुनिश्चित किया जाय। नवनियुक्त शिक्षकांे के प्रमाणपत्रों के संबंधित बोर्डों एवं विश्वविद्यालयों से जांच में हो रहे विलम्ब पर भी चिन्ता जाहिर करते हुए मंत्री ने अविलम्ब जांच कराने का निदेश दिया। फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त करते हुए उन पर प्राथमिकी दर्ज करने का भी निदेश मंत्री ने दिया। शिक्षक पुरस्कार, मध्याह्न भोजन, पोषाक, विद्यालयों में पेयजल, शौचालय, बैंच-डेस्क, विद्युत आपूर्ति इत्यादि की समीक्षा भी मंत्री ने जिलावार किया। दसवीं की वार्षिक परीक्षा 2017 में स्टेट टाॅपर देने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी, दुमका धर्मदेवराय को शुभकामना देते हुए मंत्री ने कहा कि सौ प्रतिशत रिजल्ट वाले विद्यालयों के शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों को मंत्री की शुभकामनाएँ पहुंचायें। इसके पूर्व क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक अशोक कुमार शर्मा ने मंत्री का स्वागत किया। जिला शिक्षा पदाधिकारी धर्मदेव राय ने धन्यवाद ज्ञापित किया।  समीक्षा बैठक में संथाल परगना प्रमंडल के सभी छः जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, सहायक परियोजना पदाधिकारी, सहायक अभियंता इत्यादि उपस्थित थे।

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