एसडीएम द्वारा आपदा प्रबंधन का जायजा
वर्षाकाल के दौरान विदिशा अनुविभाग क्षेत्र में किसी भी प्रकार की क्षति ना हो इसके लिए किए जाने वाले प्रबंधनों पर आज विचार विमर्श किया गया। एसडीएम श्री आरपी अहिरवार की अध्यक्षता में आहूत इस बैठक में सीएसपी श्री नागेन्द्र पटेरिया, होमगार्ड डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेट श्री सुनीत मिश्रा, तहसीलदार श्री संतोष बिटौलिया, जनपद सीईओ श्री एके जैन के अलावा मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री सत्येन्द्र धाकरे, एनएच, पीडब्ल्यूडी, आरईएस, पीएमजीएसबाय के एसडीओ, महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग , खाद्य विभाग, ऊर्जा विभाग समेत अन्य खण्ड स्तरीय अधिकारी, पटवारी मौजूद थे विदिशा जनपद पंचायत के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई बैठक में एसडीएम श्री आरपी अहिरवार ने सभी अधिकारियों से कहा कि टीमवर्क की भावना से आपदा प्रबंधन के कार्यो का क्रियान्वयन करें। बाढ से प्रभावितों को किन स्कूलों में ठहराया जाएगा का आंकलन पूर्व में कर उन स्कूलांे में तमाम व्यवस्थाएं क्रियान्वित की जाए जिसमें मुख्य रूप से प्रकाश, पानी, दवाईयां, भोज्य पदार्थ तथा वस्त्र आदि शामिल है। स्कूलों के अधिग्रहण हेतु आवश्यक आदेश की प्रतियां संस्था प्रभारियों को मुहैया कराए जाने के निर्देश उन्होंने तहसीलदार को दिए। हर विभाग की अपनी टीम अपने आप तैयार रहें ताकि आवश्यकता पड़ने पर जैसे ही सूचना प्राप्त हो अविलम्ब मोर्च पर डंट जाए। जिला मुख्यालय के साथ-साथ ग्राम स्तर पर किए जाने वाले आपदा प्रबंधन के संबंध में उनके द्वारा बिन्दुवार समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि जिन विभागों की सड़के है उन विभागों के अधिकारियों का नैतिक दायित्व है कि वे सड़कों में पड़ने वाली पुल-पुलियोें पर संकेतक चिन्हों को लगवाएं और पुल-पुलियो के दोनो तरफ कर्मचारियों की तैनाती सुनिश्चित कराएं। बाढ़ आपदा प्रबंधन पर आधारित महत्वपूर्ण जानकारियां एवं पूर्व तैयारियों और राहत बचाव के संबंध में विभागों की एकजाई जानकारी संग्रहित की जाए और जिसकी प्रतियां सभी विभागों के अधिकारियों को उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि हर विभाग के नोड्ल अधिकारी एवं उसके सहायक नोड्ल अधिकारी का नाम एवं सम्पर्क नम्बर खण्ड स्तरीय कंट्रोल रूम में अनिवार्य रूप से दर्ज कराया जाए। उन्होंने स्थानीय स्थल के गोताखोरो की सूची तैयार कर एक प्रति जिला कार्यालय को उपलब्ध कराने की बात कही। एसडीएम श्री अहिरवार ने कहा कि विदिशा नगर क्षेत्र में बेतवा नदी और वर्षारूपी जल बस्तियों में भर जाता है जिसका चिन्हांकन पूर्व में किया जा चुका है। इसके अलावा और नए क्षेत्रों में जलभराव की संभावना हो तो उसकी सूची तैयार की जाए। वर्षाकाल के दौरान अनुविभाग क्षेत्र के सभी अधिकारी कर्मचारी समन्वय स्थापित कर एक दूसरे से सतत सम्पर्क बनाए रखेंगे। तहसील कार्यालय में भी कंट्रोल रूम बनाया गया है जिसका दूरभाष क्रमांक 230142 है। इसी प्रकार के कंट्रोल रूम नगरपालिका में भी बनाए जाएंगे। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में किसी भी प्रकार की आपदा होने पर त्वरित कंट्रोल रूम को सूचित करने का आग्रह संबंधितों से किया है। एसडीएम श्री अहिरवार ने ऊर्जा विभाग के अधिकारी से कहा कि नगर में अनेक जगह डीपी खुली हुई अतः वर्षाकाल के दौरान बिजली आपूर्ति के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना ना घटे इसके लिए तमाम प्रबंध सुनिश्चित किए जाए। स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त टीम गठित करने के निर्देश उनके द्वारा दिए गए है प्रत्येक टीम में चार-चार सदस्य होंगे।
जिले में 11.73 मिमी औसत वर्षा दर्ज
जिले के तहसील कार्यालयों में स्थापित वर्षामापी यंत्रो पर बुधवार की प्रातः आठ बजे दर्ज की गई वर्षा की जानकारी देते हुए अधीक्षक भू-अभिलेख श्रीमती सविता पटेल ने बताया कि बुधवार को जिले में 11.73 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है जबकि एक जून से अब तक 16.63 मिमी औसत वर्षा हो चुकी है। उक्त अवधि में गतवर्ष 2.3 मिमी औसत वर्षा हुई थी। बुधवार को तहसीलवार दर्ज की गई वर्षा अनुसार विदिशा में 19.2 मिमी, बासौदा में 2.8 मिमी, कुरवाई में 3.8 मिमी, सिरोंज में दो मिमी, गुलाबगंज में 32 मिमी, नटेरन में 24 मिमी, ग्यारसपुर में दस मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जबकि लटेरी तहसील में वर्षा नगण्य रही।
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