पटना 22 अगस्त, यूनाईटेड फोरम बैंक यूनियंस के आह्वान पर आज देश के करीब दस लाख बैंक कर्मचारियों तथा अधिकारियों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल का बिहार में भी व्यापक असर पड़ा है। यूनियंस के सह संयोजक एवं बेफी के इकाई अध्यक्ष बी. प्रसाद ने यहां कहा कि सरकारी बैंकों के निजीकरण एवं विलय पर रोक, कॉरपोरेट ऋणों की वसूली समेत बड़े- बड़े दोषी ऋणियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा समेत नौ मांगों के समर्थन में देश के करीब दस लाख बैंककर्मी हड़ताल पर हैं। हड़ताली बैंक कर्मचारियों एवं अधिकारियों ने राजधानी पटना के कई जगहों मौर्य लोक कॉम्पलेक्स ,डाक बंगला चौराहा, आकाशवाणी मोड़, इलाहाबाद बैंक चौराहा के समीप प्रदर्शन किया तथा अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाये। पटना समेत राज्य के पूर्णियां ,सहरसा ,किशनगंज ,गया ,गोपालगंज ,समस्तीपुर ,बेगूसराय,नालंदा, मुंगेर, भागलपुर ,नवादा, शेखपुरा ,आरा समेत सभी जिलों में हड़ताल के कारण आज सुबह से बैंक बंद हैं। हड़ताल के कारण कोई समाशोधन का कार्य नहीं हुआ । यूनियन नेताओं ने एक स्वर से कहा कि करीब 12 लाख करोड़ रूपये की राशि बैंकों से कर्ज ली गयी थी जिसे कॉरपोरेट घरानों ने चुकाया नहीं है और वे इस राशि को बैंकों को खरीदने में इस्तेमाल करने की साजिश कर रहे है । परिणामत: बैंकों के निजीकरण से साधारण लोगों को सरकारी बैंकों की सेवा से महरूम होना पड़ेगा।
मंगलवार, 22 अगस्त 2017
बैंकों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल का बिहार में भी व्यापक असर
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