पटना 23 अगस्त, बिहार विधानसभा में आज सृजन मामले को लेकर विपक्ष के जोरदार हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही सात मिनट बाद ही दो बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी गयी । विधानसभा में सभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी के आसन ग्रहण करते ही कांग्रेस के अब्दुर्र रहमान ने सृजन घोटाला के मामले में कुछ कहने की कोशिश की। इस पर सभाध्यक्ष ने कहा कि अभी सदन की कार्यवाही तो शुरू होने दीजिये इसके बाद सभाध्यक्ष ने जैसे ही सभा की कार्यवाही शुरू किये जाने की घोषणा की विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सृजन घोटाला की चर्चा करते हुए कहा कि यह घोटाला जब श्री सुशील कुमार मोदी वित्त मंत्री थे तब उनके कार्यकाल में ही हुआ था। श्री मोदी और मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार दोनों को इस घोटाले की पूरी जानकारी थी लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की और खजाने को लूटने दिया । श्री यादव ने कहा कि श्री कुमार और श्री मोदी बतायें कि वर्षो से खजाना लूटा जा रहा था लेकिन उन्होंने सृजन के दुर्जनों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की । दोनों अभी भी दोषियों को बचाने में लगे हैं और उन्हें विदेश भागने में भी मदद कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि श्री कुमार और श्री मोदी के पद पर रहते हुए इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है ।
विपक्ष के नेता ने कहा कि सृजन घोटाले का दायरा सिर्फ भागलपुर जिले तक ही सीमित नहीं है। इस घोटाले के बांका, सहरसा और भोजपुर जिले तक फैले होने की सूचना मिली है। उन्होंने कहा कि सरकार अब तक इस घोटाले के तहत खजाने से कितना रुपया निकाला गया है और इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं, इस बारे में कोई रिपोर्ट क्यों नहीं दे रही है । इस बीच सभाध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अब्दुल बारी सिद्दीकी की ओर से कार्यस्थगन प्रस्ताव की सूचना दी गयी है जो नियमानुसार नहीं है । उन्होंने कहा कि इस मामले में यदि नियमानुसार चर्चा के लिए कोई प्रस्ताव आता है तो उस पर सदन में चर्चा होगी और सरकार भी उस पर जवाब देगी । उन्होंने सदस्यों से प्रश्नकाल होने देने का अनुरोध किया लेकिन राजद समेत विपक्ष के अन्य सदस्य नहीं माने और शोरगुल तथा नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गये । शोरगुल के बीच ही विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि जब सामने सत्तापक्ष में सरकार का खजाना लूटने वाले बैठे है तो सदन कैसे चल सकता है । राजद के ही भाई विरेन्द्र ने कहा कि सत्तापक्ष विपक्ष की बात को नहीं सुन रहा है। यह लोकतंत्र की हत्या है ।
इस पर पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि यह घोटाला वर्ष 2003 से ही चल रहा था जब श्री तेजस्वी यादव के परिवार के लोग गद्दी पर बैठे थे । उन्होंने कहा कि राजद के लोग सदन में गतिरोध उत्पन्न कर उसे चलने नहीं देना चाहते हैं । राजद सदस्यों के साथ भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के सदस्य भी सदन के बीच में आकर सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे । विपक्ष के सदस्य नीतीश-मोदी खजाना चोर-गद्दी छोड़ के नारे लगा रहे थे । सभाध्यक्ष ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपनी सीट पर जाने का अनुरोध किया लेकिन सदस्य नहीं माने। सभाध्यक्ष ने सदन को अव्यवस्थित देख सभा की कार्यवाही करीब सात मिनट बाद ही दो बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी। हंगामे के कारण प्रश्नोत्तरकाल, शून्यकाल और ध्यानाकर्षण समेत भोजनावकाश से पूर्व निर्धारित कोई भी कार्य नहीं हो सका ।
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