पटना 25 अगस्त, बिहार विधान परिषद में मॉनसून सत्र के आज पांचवें दिन विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामें और शोरगुल के कारण कार्यवाही मात्र सात मिनट बाद ही भोजनवाकाश तक के लिए स्थगित कर दी गयी । उप सभापति हारूण रशीद के आसन ग्रहण करते ही कांग्रेस के दिलीप कुमार चौधरी ने राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शौचालय एवं पेयजल का तथा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुबोध कुमार ने भागलपुर जिले में हुए सृजन घोटाला का मामला उठाते हुए कहा कि इस पर उनकी ओर से दी गयी कार्यस्थगन की सूचना मंजूर कर चर्चा करायी जानी चाहिए। श्री चौधरी ने कहा कि राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को शौचालय एवं पेयजल की सबसे अधिक कठिनाई हो रही है । प्रभावित इलाकों के लोग सड़क ,रेल पटरी के किनारे और ऊंचे बांध पर या फिर ऐसे ही सुरक्षित स्थानों पर रह रहे हैं । उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में महिलाओं को शौचालय की सबसे अधिक कठिनाई हो रही है । कांग्रेस सदस्य ने कहा कि प्रभावित इलाकों में शुद्ध पेयजल नहीं मिल सकने के कारण लोग बाढ़ का गंदा पानी पीने के लिए मजबूर हैं । राहत सामग्री में पेयजल को शामिल नहीं किया गया है । उन्होंने कहा कि इसी तरह अस्थायी कैंपों में भी शौचालय की व्यवस्था नहीं की गयी है ।
इसी दौरान राजद के श्री कुमार ने कहा कि स्वयंसेवी संस्था सृजन के माध्यम से बड़े पैमाने पर सरकारी राशि का घोटाला किया गया है । सृजन के संचालक तथा भागलपुर जिले के विभिन्न पदाधिकारियों एवं बैंकों की मिली भगत से लगभग 1200 करोड़ रूपये से अधिक की सरकारी राशि का घोटाला किया गया है । सरकार की ओर से अभी तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी है । तभी राजद की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती राबड़ी देवी ने कहा कि इतने बड़े घोटाले का साक्ष्य मिटाया जा रहा है । सरकार की शह पर ही इतना बड़ा घोटाला हुआ है । उन्होंने कहा कि जिस तरह से मध्यप्रदेश में हुए व्यापम घोटाले में साक्ष्य को मिटा दिया गया ठीक उसी तरह से सृजन में भी साक्ष्य मिटाने का प्रयास किया जा रहा है । इसी दौरान उप सभापति ने परिषद की कार्यसंचालन नियमावली का हवाला देते हुए श्री चौधरी और श्री कुमार के कार्यस्थगन की सूचना को अस्वीकृत कर दिया । इसके बाद राजद के सदस्य जहां नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गये वहीं कांग्रेस के सदस्य सीटों के समक्ष खड़े होकर नारा लगाने लगे । सदन को अव्यवस्थित होते देख सात मिनट बाद ही उप सभापति ने कार्यवाही को भोजनवाकाश तक के लिए स्थगित कर दी।
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